सपोटरा विधायक हंसराज मीना के प्रयासों से यह स्वीकृति जारी होने के बाद विधानसभा क्षेत्र गांवों के लोगों ने खुशी जताई है। गौरतलब है कि सपोटरा इलाके में अनेक गांव डांग क्षेत्र में बसे हैं, जहां अभी तक बिजली की रोशनी नहीं पहुंची है ऐसे में इन गांव-ढाणियों में अब तक पेयजल योजनाएं भी नहीं है। डांग इलाके की इस बड़ी समस्या को लेकर विधायक हंसराज मीना ने विधानसभा में मांग उठाई थी।
लगेंगे 167 नलकूप, बनेंगी 334 पेयजल टंकियां
सरकार ने योजनान्तर्गत 167 नलकूप, 334 पानी की टंकी एवं 200 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन के लिए क्षेत्र के 82 गांव व ढाणियों के लिए स्वीकृति जारी की है। ग्रामीणों की प्यास बुझाने के लिए 58.06 करोड़ की स्वीकृति के आदेश केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय से जारी की गई है।इनको मिलेगा फायदा
विधायक ने बताया कि जल जीवन मिशन योजना से 167 नलकूपों पर 7500 लीटर क्षमता की 334 पानी की टंकी स्थापित होंगी। नलकूपों का संचालन सौर ऊर्जा से होगा। राज्य सरकार ने इस संबंध में 18 नवबर को आदेश जारी कर दिए। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि योजना से सपोटरा, कैलादेवी और करौली क्षेत्र के कुल 82 गांवों के हजारों परिवारों को नल कनेक्शन से पानी उपलब्ध हो सकेगा।
गर्मियों में गहराता है पेयजल संकट
डांग क्षेत्र के गांवों में विशेष रूप से गर्मी के मौसम में पेयजल संकट गहराता है। पानी की खातिर लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ता है। पेयजल स्रोतों के सूखने से पथरीले क्षेत्र में कई किलोमीटर तक की भागदौड़ कर पानी का जुगाड़ करते हैं। यह भी पढ़ें