एसडीएम अनूप सिंह शुक्रवार को भारी पुलिस और प्रशासनिक लवाजमे के साथ दानालपुर पहुंचे। उन्होंने कब्जा की गई सरकारी भूमि पर जेसीबी चलवा दी। साथ ही मौके पर भूमि का सीमांकन करा मिट्टी की मेडबंदी करा दी। हालांकि कार्रवाई के दौरान अतिक्रमियों ने हल्का विरोध भी किया, लेकिन शाम तक चली कार्रवाई में प्रशासन ने विद्यालय भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया।
बरसों से थे काबिज
एसडीएम ने बताया कि वर्ष 2010 में ग्राम चक हिंगोट के खसरा नंबर 38/1 में से 12 बीघा (3.03 हैक्टेयर) भूमि को दानालपुर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के लिए आवंटित किया था। करीब पांच बीघा भूमि पर तो विद्यालय के उपयोग में आ रही थी। लेकिन शेष सात बीघा भूमि पर रिटायर्ड जज देवचंद मीणा के अलावा कल्ला, मोहरसिंह समेत पांच प्रभावशाली लोगों ने कब्जा कर लिया। अतिक्रमी कब्जा की गई सरकारी भूमि पर जुताई कर फसल बुवाई करते रहे। ग्रामीणों के साथ ही स्कूल प्रधानाचार्य ने कई बार शिकायतें दीं, लेकिन अतिक्रमियों के रसूख के कारण भूमि अतिक्रमण मुक्त नहीं हो पाई थी।
एसडीएम ने बताया कि वर्ष 2010 में ग्राम चक हिंगोट के खसरा नंबर 38/1 में से 12 बीघा (3.03 हैक्टेयर) भूमि को दानालपुर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के लिए आवंटित किया था। करीब पांच बीघा भूमि पर तो विद्यालय के उपयोग में आ रही थी। लेकिन शेष सात बीघा भूमि पर रिटायर्ड जज देवचंद मीणा के अलावा कल्ला, मोहरसिंह समेत पांच प्रभावशाली लोगों ने कब्जा कर लिया। अतिक्रमी कब्जा की गई सरकारी भूमि पर जुताई कर फसल बुवाई करते रहे। ग्रामीणों के साथ ही स्कूल प्रधानाचार्य ने कई बार शिकायतें दीं, लेकिन अतिक्रमियों के रसूख के कारण भूमि अतिक्रमण मुक्त नहीं हो पाई थी।
जाप्ते की मौजूदगी में कार्रवाई- एसडीएम अनूप सिंह के समक्ष दानालपुर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की भूमि पर अतिक्रमण का मामला सामने आया था। उन्होंने तहसीलदार मनीराम खींचड़ को मौका मजिस्ट्रेट नियुक्त कर श्रीमहावीरजी थाने से पुलिस जाप्ता मंगाया। सुबह 10 बजे एसडीएम और तहसीलदार करीब 50 पुलिसकर्मियों और राजस्व विभाग की टीम के साथ तीन जेसीबी लेकर दानालपुर पहुंच गए। इस दौरान बुवाई के लिए जोती गई गई भूमि को खुर्द-बुर्द कर मेडबंदी कराई गई। बाद में भूमि को विद्यालय प्रशासन के सुपुर्द कर दिया।
पुलिस ने दिखाई सख्ती-
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान अचानक अतिक्रमियों के परिवारों के कुछ महिला और पुरुष जेसीबी मशीनों के आगे आकर लेट गए। इस पर पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए उन्हें वहां से हटा दिया। इसके बाद कार्रवाई के विरोध में अतिक्रमी हल्ला करते रहे। शाम पांच बजे तक चली कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार महावीर प्रसाद, श्रीमहावीरजी थानाप्रभारी धर्मसिंह, भू-अभिलेख निरीक्षक भाग्यमल कोली, निहाल सिंह, हरिशंकर शर्मा, पटवारी रामवीर सिंह डागुर, जितेन्द्र शर्मा, प्रधानाचार्य भीमसिंह मीणा आदि मौजूद रहे।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान अचानक अतिक्रमियों के परिवारों के कुछ महिला और पुरुष जेसीबी मशीनों के आगे आकर लेट गए। इस पर पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए उन्हें वहां से हटा दिया। इसके बाद कार्रवाई के विरोध में अतिक्रमी हल्ला करते रहे। शाम पांच बजे तक चली कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार महावीर प्रसाद, श्रीमहावीरजी थानाप्रभारी धर्मसिंह, भू-अभिलेख निरीक्षक भाग्यमल कोली, निहाल सिंह, हरिशंकर शर्मा, पटवारी रामवीर सिंह डागुर, जितेन्द्र शर्मा, प्रधानाचार्य भीमसिंह मीणा आदि मौजूद रहे।