सदर थाना के हैड कांस्टेबल घनश्याम सिंह ने बताया कि मृतक जगदीश केरल में मार्बल का कार्य करता था। परिजनों के अनुसार वह गुरुवार शाम को केरल से हिण्डौन आया था। घर पहुंचने के कुछ देर बाद पड़ोस के दोस्तों ने उसे फोन कर बुला लिया। रात करीब 10 बजे वह घर आकर सो गया। देर सुबह तक सोते रहने पर परिजनों ने उसे ट्रेन से लम्बे सफर की थकान होने के कारण जगाया नहीं। सुबह करीब 10 बजे जगाने के दौरान उसकी तबीयत बिगड़ गई। चिकित्सालय लाने के दौरान रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। सूचना पर पहुंची सदर थाना पुलिस ने दोपहर बाद पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौप दिया। मृतक की पत्नी मनीषा ने गांव के ही एक व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगा प्राथमिकी दर्ज कराई है।
नई मुसीबत में फंसे मुख्यमंत्री गहलोत, अब इस आफत से कैसे आएंगे बाहर
इकलौता पुत्र था जगदीश
ग्रामीणों ने बताया कि जगदीश भंवरसिंह का इकलौता पुत्र था। माता-पिता के वृद्ध होने से वही घर का एकमात्र कमाऊ व्यक्ति था। केरल से मजदूरी कर लौटे इकलौतेे बेटे की मौत वृद्ध दम्पती फफक पड़ा। एक वही उनके बुढ़ापे का सहारा था।
मासूमों के सिर से उठा पिता का साया
जगदीश की मौत से उसके दो मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। परिजनों के साथ आए बच्चे पिता को मृतावस्था में देख स्तब्ध से थे। परिजनों ने बताया कि उसके 2 पुत्र सोनू (5) व अभय (9) हैं। एक दिन पहले आया पिता उन्हें दुलार भी न सका। इधर पति की मौत से मनीषा रो-रो कर बेहाल हो गई।