विशेष बात यह है कि शिविर समापन से पहले ही गैर हाजिर शिक्षकों को नोटिस का जबाव देना होगा। बीईईओ ने बताया कि सरकारी विद्यालयों में दी जाने वाली शिक्षा का गुणात्मक व मात्रात्मक स्तर सुधारने के लिए कक्षा एक से पांच तक के बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों को आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
जिसमें प्रशिक्षणार्थी को 24 घंटे रूकना अनिवार्य है। गुरुवार रात करीब 10 बजे भरतपुर संभाग की उप निदेशक इन्द्रासिंह ने शिविर का औचक निरीक्षण किया, तो प्रशिक्षण ले रहे 127 में से महज चार शिक्षक उपस्थित मिले। इस पर जिला शिक्षा अधिकारी देवेन्द्रपाल सिंह तोमर के निर्देश पर अनुपस्थित मिले 123 शिक्षकों को नोटिस जारी कर जबाब मांगा है। इसके बाद उच्चाधिकारियों को वस्तुस्थिति की रिपोर्ट भेजी जाएगी।
आंगनबाड़ी केन्द्रों पर लटके मिले ताले
हिण्डौनसिटी. जिला परिषद सदस्य संगीता जाटव ने शनिवार को सूरौठ क्षेत्र के चार आंगनबाड़ी केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में तीन केन्द्रों पर ताले लटके मिले। इस पर जिप सदस्य ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी भूपेश गर्ग को रिपोर्ट भेजी है। सुबह साढ़े आठ से सवा नौ बजे तक किए निरीक्षण में सूरौठ कस्बे के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक- दो, चार व पांच पर ताले लटके मिले।
हिण्डौनसिटी. जिला परिषद सदस्य संगीता जाटव ने शनिवार को सूरौठ क्षेत्र के चार आंगनबाड़ी केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में तीन केन्द्रों पर ताले लटके मिले। इस पर जिप सदस्य ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी भूपेश गर्ग को रिपोर्ट भेजी है। सुबह साढ़े आठ से सवा नौ बजे तक किए निरीक्षण में सूरौठ कस्बे के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक- दो, चार व पांच पर ताले लटके मिले।
जबकि वार्ड 17 के केन्द्र संख्या नौ में बालक इधर-उधर घूमते मिले। केन्द्र पर पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से बच्चे पानी की बोतलें घर से साथ लेकर आए थे। केन्द्र में पंखा नहीं होने से बच्चे पसीने से तर हो किताब, कॉपियों को हिलाकर हवा करते नजर आए।
आठ माह से ऑनलाइन नहीं हुए नामांतकरण
हिण्डौनसिटी. मंडावरा पंचायत के दर्जनों किसानों के नामांतकरण ऑनलाइन नहीं होने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड रहा है। मामले में सरपंच मुकेशदेवी ने तहसीलदार घनश्याम जोशी को पत्र सौंप नामांतकरण ऑनलाइन कराने की मांग की है। सरपंच ने बताया कि पंचायत के मंडावरा, कैलाशनगर, बडक़ापुरा, गोपीपुर के दर्जनों किसानों ने करीब आठ माह पहले खातेदारी भूमि के नामांतकरण खुलवाने के लिए आवेदन किए थे। आरोप है कि अन्य पंचायतों के कषकों के आवेदन तो मिलीभगत के चलते ऑनलाईन कर दिए जाते हैं। लेकिन मंडावरा पंचायत के लोगों को तहसील कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहें हैं। नामांतकरण ऑनलाइन नहीं होने से किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बन पा रहें हैं। जिससे उन्हें कृषि ऋण के लिए भटकना पड़ रहा है।
हिण्डौनसिटी. मंडावरा पंचायत के दर्जनों किसानों के नामांतकरण ऑनलाइन नहीं होने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड रहा है। मामले में सरपंच मुकेशदेवी ने तहसीलदार घनश्याम जोशी को पत्र सौंप नामांतकरण ऑनलाइन कराने की मांग की है। सरपंच ने बताया कि पंचायत के मंडावरा, कैलाशनगर, बडक़ापुरा, गोपीपुर के दर्जनों किसानों ने करीब आठ माह पहले खातेदारी भूमि के नामांतकरण खुलवाने के लिए आवेदन किए थे। आरोप है कि अन्य पंचायतों के कषकों के आवेदन तो मिलीभगत के चलते ऑनलाईन कर दिए जाते हैं। लेकिन मंडावरा पंचायत के लोगों को तहसील कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहें हैं। नामांतकरण ऑनलाइन नहीं होने से किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बन पा रहें हैं। जिससे उन्हें कृषि ऋण के लिए भटकना पड़ रहा है।