करौली

चार बच्चों के डूबने से मौत, 20 घंटे बाद चारों बच्चों की अंत्येष्टि

चार बच्चों के डूबने से मौत, 20 घंटे बाद चारों बच्चों की अंत्येष्टि
विधायक की समझाइश से बनी बातप्रत्येक बच्चे को एक लाख की सहायता मुख्यमंत्री कोष सेवि धायक सहित अन्य ने 5.30 लाख की दी सहायता
करौली। कैलादेवी थानान्तर्गत मनोहरपुरा गांव के समीप नयावास्या की ढाणी में शुक्रवार शाम चार बच्चों की गहरे गड्ढे में डूबने से हुई मौत के बाद शनिवार दोपहर गमगीन माहौल के बीच एक साथ अंत्येष्टि कर दी गई। इससे पहले सुबह 11 बजे तक विभिन्न मांगों को लेकर पोस्टमार्टम तथा अंतिम संस्कार में गतिरोध बना रहा।

करौलीJul 10, 2021 / 08:34 pm

Surendra

चार बच्चों के डूबने से मौत, 20 घंटे बाद चारों बच्चों की अंत्येष्टि

चार बच्चों के डूबने से मौत, 20 घंटे बाद चारों बच्चों की अंत्येष्टि

विधायक की समझाइश से बनी बात
गड्ढ़ा करने वाले के्रशर संचालकों के खिलाफ प्राथमिकी
प्रत्येक बच्चे को एक लाख की सहायता मुख्यमंत्री कोष से
विधायक सहित अन्य ने सौंपी 5.30 लाख की दी सहायता

कैलादेवी/ करौली। कैलादेवी थानान्तर्गत मनोहरपुरा गांव के समीप नयावास्या की ढाणी में शुक्रवार शाम चार बच्चों की गहरे गड्ढे में डूबने से हुई मौत के बाद शनिवार दोपहर गमगीन माहौल के बीच एक साथ अंत्येष्टि कर दी गई। इससे पहले सुबह 11 बजे तक विभिन्न मांगों को लेकर बच्चों के पोस्टमार्टम तथा अंतिम संस्कार में गतिरोध बना रहा। क्षेत्रीय विधायक रमेश मीणा की समझाइश के बाद परिजन पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार के लिए सहमत हुए।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार शाम को बकरी चराकर लौट रहे चार बच्चों लवकेश व शिवकेश पुत्र बबलू जाटव, काजल पुत्री सुमेर, पूजा पुत्री राजू की गहरे गड्ढ़े में भरे पानी में डूबने से मौत हो गई थी। इसके बाद परिजन तथा ग्रामीण आर्थिक सहायता दिए जाने, गड्ढा करने वाले अवैध क्रेशर को बंद करने तथा इसके संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर शवों के साथ धरना देकर बैठ गए थे।
मामले में गतिरोध खत्म करने के लिए विधायक रमेश मीणा ने समझाइश करने की प्रभावी पहल की। वे सुबह जयपुर से सीधे कैलादेवी चिकित्सालय पहुंचे और फिर पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय में अधिकारियों से चर्चा की। इस बीच उन्होंने पीडि़त परिजनों को ढांढस बंधाया और ग्रामीणों तथा मामले में पीडि़त परिजनों का संग दे रहे भीम आर्मी सेना के पदाधिकारियों से उनकी मांगों के बारे में जानकारी लेने के साथ अधिकारियों से की।
इन मांगों पर बनी बात

मृतक बच्चों के परिजनों, ग्रामीणों तथा भीम आर्मी सेना के पदाधकारियों की विभिन्न मांगों के कारण पोस्टमार्टम व अंतिम संस्कार में गतिरोध था। इस पर विधायक की समझाइश से कुछ मांग मान ली गई जबकि कुछ पर आश्वासन देकर उनको राजी किया गया। इसी क्रम में कैलादेवी ग्रिट उद्योग के संचालकों के खिलाफ दो मृतक बालकों के पिता बबलू जाटव की ओर से हत्या के आरोप की प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी में ऋषभ अग्रवाल, नीतू अग्रवाल, विपिन अग्रवाल, राजेश सिंह, अज्जू मीणा आदि नामों का उल्लेख है। प्राथमिकी में आरोप है कि अवैध संचालित क्रेशर के आसपास क्षेत्र में खनिज खुदाई के कारण पोखर नुमा गहरा गड्ढ़ा हुआ, जिसमें नलकूप से पानी भर दिया गया। इस जल भराव के कारण ही बच्चों के डूबने से मौत का हादसा हुआ।
इसके अलावा प्रत्येक मृतक के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष से 1-1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का एलान विधायक रमेश मीणा ने किया। मृतक बच्चों के परिजनों को संविदा पर नौकरी देने, अवैध खनन में लिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने, अवैध क्रेशर संचालकों के की गिरफ्तारी आदि मांगों पर प्रभावी कार्रवाई करने और राज्य सरकार स्तर की मांगों पर सरकार को लिखने का पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने भरोसा दिलाया गया। इसी दौरान उपखण्ड अधिकारी देवेन्द्र परमार ने कहा कि पीडि़त परिवारों को सभी सरकारी योजनाओं में लाभान्वित किया जाएगा। प्राथमिकी में प्रभावी कार्रवाई जल्दी होगी। विभिन्न मांगों को लेकर परिजनों के साथ देने वालों में भीम आर्मी जिलाध्यक्ष अजय सिंह, भीम आर्मी विधानसभा अध्यक्ष टोडाभीम लक्ष्मण दास, हरिसिंह बैरवा सरपंच, रक्खी पूर्व सरपंच, हरी पटेल, केशरिया पटेल, कुलदीप खिऱखिड़ा, हरेन्द्र भीलपाडा, राजकुमार आदि शामिल थे।
एसपी की समझाइश से देर रात कैलादेवी लाए शव

बच्चों के शवों के साथ विरोध जता रहे ग्रामीणों तथा भीम आर्मी सेना के पदाधिकारियों को समझाइश करने शुक्रवार रात पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद, उपखण्ड अधिकारी देवेन्द्र सिंह परमार, कैलादेवी पुलिस उपाधीक्षक महावीर सिंह पहुंचे। इन अधिकारियों से ग्रामीणों ने अवैध क्रेशर के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी जिनके अवैध खनन से गहरा गड्ढ़ा होने से ये हादसा हुआ। ग्रामीणों ने कहा कि दो वर्ष पहले कैलादेवी ग्रिट उद्योग क्रेशर के खिलाफ शिकायत और प्राथमिकी पर कार्रवाई नहीं की गई। एक युवा नेता ने एसपी से कहा कि इस शिकायत पर कार्रवाई हुई होती तो ये हादसा नहीं होता। इस पर एसपी ने क्रेशर संचालकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और पांच दिन में क्रेशर बंद कराने की कार्रवाई का भरोसा दिलाया। एसपी की समझाइश से परिजन बच्चों के शवों को कैलादेवी चिकित्सालय की मोर्चरी में ले जाने देने को सहमत हुए।
20 घंटे नहीं जले चूल्हे

हादसे के बाद से नयाबास की ढाणी में शोक छाया है। किसी घर में शुक्रवार शाम से 20 घंटे तक चूल्हा नहीं जला और रुदन सुनाई दिया। शनिवार दोपहर में गमगीन माहौल में एक साथ चार अर्थियों के उठने पर पूरे इलाके में रुदन को सुनकर हर किसी की आंखें नम हो गई। अंतिम संस्कार में क्षेत्रीय विधायक रमेश मीणा, बहुजन समाज पार्टी के हंसराज मीणा बालौती सहित अनेक जनप्रतिनिधि तथा राजनीतिक लोग शामिल हुए।
अंतिम संस्कार में शामिल होने से पहले विधायक ने मृतक बच्चों के घर जाकर स्वयं सहित इलाके के सरपंचों की ओर से संकलित किए गए 5 लाख 30 हजार रुपए की आर्थिक सहायता पीडि़त परिजनों को सौंपी।

क्रेशरों की कराएंगे जांच

क्षेत्रीय विधायक रमेश मीणा उस स्थान पहुंचे जहां डूबने से बच्चों की मौत हुई थी। उनके साथ पुलिस-प्रशासन तथा खनिज अधिकारी भी थे। इलाके में संचालित क्रेशरों के आसपास खनिज खुदाई के कारण बने गड्ढ़ों को बंद कराने के बारे में विधायक ने अधिकारियों से चर्चा की।
इस दौरान ग्रामीणों ने विधायक से निर्धारित एरिया से बाहर जाकर अवैध खनन की शिकायत की। ग्रामीणों ने बताया कि इन क्रेशरों के संचालन के कारण जगह-जगह गहरे गड्ढ़े बने हैं, जिनसे हादसे की आशंका रहती है। शुक्रवार को जिस गड्ढे में बच्चों के डूबने का हादसा हुआ, वो भी खनिज लीज से बाहर चारागाह एरिया में है। इस पर विधायक ने भरोसा दिलाया कि क्षेत्र में संचालित अवैध क्रेशर और लीज एरिया से बाहर खनन की जांच कमेटी से कराई जाएगी और अवैध खनन रोकने की प्रभावी कार्रवाई करेंगे।

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