हरियाली अमावस्या के मौके पर क्षेत्र के आराध्यदेव मदनमोहन जी के दर्शन करके मनौती मनाने के लिए हजारों श्रद्धालुओं की सुबह से भीड़ रही है। इस दौरान एक तरह से आस्था के दर्शन हुए।
सुबह 8 बजे से मंदिर परिसर के बाहर श्रद्धालुओं की कतार लग गई। मंदिर खुलने के समय श्रद्धालुओं की भीड़ और अधिक बढ़ गई। इस दौरान मदनमोहनजी के जयकारे गूंजते रहे। पिछले साल तो हरियाली अमावस्या और सावनी तीज पर कोरोना को कारण दर्शन बंद रहे थे। इस बार मंदिर खुलने की मिली छूट के बाद श्रद्धालुओं ने आराध्यदेव के दर्शन किए। अमावस्या पर भीड़ नियंत्रित करने के लिए मंदिर प्रबंधन और पुलिस ने विशेष प्रबंध भी किए।
गौरतलब है कि ब्रज संस्कृति से ओतप्रोत करनी नगरी में सावन माह में मंदिरों में वनविहार और झूले की झांकी के आयोजन भी होते हैं। मदनमोहनजी मंदिर में ये आयोजन काफी प्रसिद्ध है जिसके कारण दर्शन करने काफी संख्या में लोग आते हैं।
गौरतलब है कि ब्रज संस्कृति से ओतप्रोत करनी नगरी में सावन माह में मंदिरों में वनविहार और झूले की झांकी के आयोजन भी होते हैं। मदनमोहनजी मंदिर में ये आयोजन काफी प्रसिद्ध है जिसके कारण दर्शन करने काफी संख्या में लोग आते हैं।