करौली। वन क्षेत्र से जब्त किए गए पत्थर (सैण्ड स्टोन) को भरकर ले जा रहे ट्रक को वनकर्मियों ने जब्त करने के साथ ट्रक चालक को भी गिरफ्तार कर लिया। उसे बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया।
रेंजर देवेन्द्र सिंह ने बताया कि लगभग एक सप्ताह पहले ककरदा वनक्षेत्र में विलौना नामक स्थान पर वन भूमि में से खनन किए गए सैण्ड स्टोन को जब्त किया था। जब्त करने की कार्रवाई के दौरान सभी पत्थरों पर लाल निशान लगा दिए गए जिससे जब्त माल की जरूरत पडऩे पर पहचान की जा सके।
इस जब्त सैण्ड स्टोन को बेचने के लिए रात में ट्रक में भरकर ले जाने की सूचना वन अधिकारियों को मिली थी। इस पर वे स्वयं वनकर्मियों के साथ ट्रक की तलाश में रवाना हुए और पुलिस लाइन के समीप जब्त माल को लेकर आ रहे ट्रक को पकड़ लिया गया। देवेन्द्र सिंह ने बताया कि ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया जबकि सैण्ड स्टोन से भरे ट्रक को वन कार्यालय में जब्ती में रखा गया है।
रेंजर देवेन्द्र सिंह ने बताया कि लगभग एक सप्ताह पहले ककरदा वनक्षेत्र में विलौना नामक स्थान पर वन भूमि में से खनन किए गए सैण्ड स्टोन को जब्त किया था। जब्त करने की कार्रवाई के दौरान सभी पत्थरों पर लाल निशान लगा दिए गए जिससे जब्त माल की जरूरत पडऩे पर पहचान की जा सके।
इस जब्त सैण्ड स्टोन को बेचने के लिए रात में ट्रक में भरकर ले जाने की सूचना वन अधिकारियों को मिली थी। इस पर वे स्वयं वनकर्मियों के साथ ट्रक की तलाश में रवाना हुए और पुलिस लाइन के समीप जब्त माल को लेकर आ रहे ट्रक को पकड़ लिया गया। देवेन्द्र सिंह ने बताया कि ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया जबकि सैण्ड स्टोन से भरे ट्रक को वन कार्यालय में जब्ती में रखा गया है।
फर्जी रवन्ना की खुली पोल खास बात यह है कि अवैध पत्थर को जब्त करने की कार्रवाई के दौरान ट्रक चालक ने एक ठेकेदार की ओर से जारी रवन्ना भी पेश किया। यह रवन्ना खनिज विभाग द्वारा पत्थर ठेकेदारों को उनके क्षेत्र से खनिज सम्पदा निकाले जाने पर रॉयल्टी सहित अन्य शुल्क वसूली के लिए जारी किए जाते हैं। रवन्ना यह भी प्रमाणित करते हैं कि सैण्ड स्टोन किस एरिया से कितनी मात्रा में निकाला गया है। इस मामले में वन एरिया से निकाले गए सैण्ड स्टोन को वन विभाग ने जब्त भी किया हुआ था। ऐसे में ट्रक चालक के पास मिले रवन्ना को वन विभाग ने कथित तौर पर फर्जी मानते हुए ठेकेदार के खिलाफ खनिज विभाग को कार्रवाई करने के लिए लिखा है। गौरतलब है कि वन क्षेत्र से निकाले गए पत्थर के भी ठेकेदार रवन्ना जारी करके अवैध खनन करते रहते हैं। ऐसे कई आरोप लगते रहे हैं। लेकिन इसका प्रमाण इस मामले में सामने आया है।