मौसम विभाग ने आज मंगलवार को भरतपुर, धौलपुर, करौली जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश और सवाईमाधोपुर, कोटा, बारां, बूंदी जिलों में भी कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग की मानें तो 21 जून से भारी बारिश की गतिविधियों में कमी होने की प्रबल संभावना है। केवल छुटपुट स्थानों पर हल्की बारिश पूर्वी राजस्थान में होने के आसार है।
इसके बाद 24-25 जून से पूर्वी राजस्थान में एक बार पुनः बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की प्रबल संभावना है। पिछले 24 घंटों में अजमेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, बारां, चित्तौड़गढ़, बूंदी, सवाईमाधोपुर, करौली जिलों में भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई है। सर्वाधिक बारिश धौलपुर में 188 एमएम और अजमेर में 149 एमएम दर्ज की गई है।
मौसम विभाग की बड़ी चेतावनी, तीनों अलर्ट एक साथ जारी, इन जिलों के लिए अगले 3 घंटे खतरनाक
तापमान में आई गिरावट
बिपरजॉय के प्रभाव से धौलपुर के तापमान में भी गिरावट आई। जून के महीने में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला गया। सोमवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गर्मी में कमी आने से लोगों ने राहत की सांस ली। रविवार के मुकाबले तापमान में आठ डिग्री की गिरावट आई। रविवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री था।
लोगों ने उठाया लुत्फ
बारिश और हवा के कारण धौलपुर का मौसम खुशनुमा हो गया है। इन दिनों स्कूलों की छुट्टियां भी चल रही हैं। ऐसे में परिजन बच्चों के साथ घूमने निकले। शहर के मचकुंड, पहाड़ वाले बाबा और लवकुश पार्क समेत अनेक स्थानों पर लोगों की भीड़ लगी रही। वहीं, बड़ी संख्या में लोग आगरा और ग्वालियर भी गए।
बिपरजॉय में बरतें सावधानी: अग्रवाल
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर जिला कलक्टर अनिल कुमार अग्रवाल ने लोगों से अपील की है कि तेज हवा, मेघ गर्जन, अंधड़, भारी बारिश एवं मौसम खराब की भारी आशंका है। इसलिए सभी अपने घरों में रहे। आवश्यकता पड़ने पर ही घरों से बाहर निकले। कच्चे मकानों में शरण लेने से बचें। बिजली के पोल से दूर रहें। पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पटवारी, वीडीओ, कृषि पर्यवेक्षक आदि को क्षेत्र में रह कर लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए। पीएचईडी, पीडब्ल्यूडी, नगर पालिका एवं नगर परिषद पानी निकासी के लिए पम्प सेट तैयार रखें। उन्होंने कहा कि कोई भी अधिकारी एवं कर्मचारी बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़े।