करौली

राजस्थान के 45,537 गांव 29 जनवरी को रहेंगे बंद! शहरों में नहीं पहुंचेगा दूध, सब्जी और फल; जानें क्यों?

किसान महापंचायत के तत्वावधान में गत दिवस जाट छात्रावास में राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट की अध्यक्षता में किसानों की बैठक हुई।

करौलीJan 20, 2025 / 01:15 pm

Lokendra Sainger

प्रतीकात्मक तस्वीर


Village Bandh Movement: करौली जिले के हिण्डौन सिटी में खेत को पानी और फसल को उचित दाम दिलाने की मुहिम चला रही किसान महापंचायत के तत्वावधान में गत दिवस जाट छात्रावास में राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट की अध्यक्षता में किसानों की बैठक हुई। जिसमें महापंचायत की ओर से 29 जनवरी को किए जा रहे गांव बंद आंदोलन की तैयारियों पर चर्चा की।
जाट ने बताया कि राजस्थान में गांव बंद आंदोलन के तहत गांव के उत्पादन को गांव में ही विक्रय करने के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया जाएगा। गांव का व्यक्ति गांव से बाहर नहीं जाएगा। अभी तक किसान आंदोलनों में लड़ाई के लिए खेत खलिहानों को छोड़ बाहर जाना पड़ता है। इस आंदोलन में गांव का व्यक्ति गांव में ही रह कर अपनी मांगों के लिए आवाज बुलंद करेगा।
इस आंदोलन में राजस्थान के 45,537 गांवों को जोड़ने की योजना है। किसी को गांव का कोई उत्पाद खरीदना होगा तो उसे गांव में आकर खरीदना होगा। उन्होंने कहा कि पहले एक दिन का आंदोलन किया जाएगा। बाद में इस आगे बड़े स्तर पर किया जाएगा।
यह भी पढ़ें

राजस्थान के इस जिले में बनेगा एक और बांध, सीमांकन होना बाकी

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि खेत को पानी के लिए सिंचाई परियोजनाएं प्राथमिकता से बनाने व फसल को दाम के लिए खराबे की क्षतिपूर्ति के साथ एमएसपी खरीद की गारंटी कानून बनाने की मांग है। जन-जागरण के प्रथम चरण में 20 जिलों में सम्पर्क किया था। दूसरे चरण में करौली सहित 18 जिलों में किसानों से सम्पर्क किया जा रहा है।

इसमें किसान महापंचायत के युवा प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद चौधरी एवं प्रदेश मंत्री बत्ती लाल बैरवा भी साथ हैं। इस अवसर पर जाट महासभा जिलाध्यक्ष विजय सिंह डागुर, अमरसिंह बेनीवाल, वीरेंद्र सिंह तेवतिया, तेज सिंह डागुर, महेंद्र सिंह चौधरी आदि मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें

राजस्थान में यहां 15 साल बाद रोडवेज बस पहुंची तो लोग खुशी से झूमे; इंतजार में लोग फूल-मालाएं लेकर खड़े रहे

Hindi News / Karauli / राजस्थान के 45,537 गांव 29 जनवरी को रहेंगे बंद! शहरों में नहीं पहुंचेगा दूध, सब्जी और फल; जानें क्यों?

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.