दरअसल, हजारों साल बाद इस बार अगस्त में 18 अगस्त को जीरो शैडो डे है। यानी इस दिन आपकी परछाई आपको ही नहीं दिखेगी। ऐसा नहीं है कि परछाई बनेगी नहीं, बस वह आपको नहीं दिखेगी। शहीद चंद्र शेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कृषि एवं मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडेय बताते हैं “कई बार प्राकृतिक घटनाओं के पीछे सूक्ष्म वैज्ञानिक कारण होते हैं। जिन्हें समझना आसान नहीं होता। ऐसे ही इस बार 18 अगस्त का दिन है। वैज्ञानिकों ने इसे जीरो शैडो डे बताया है।
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डॉ. एसएन सुनील पांडेय बताते हैं “प्रकृति के ये रहस्य आंखों के सामने आने पर लोगों को भी हैरान कर देते हैं। ऐसी ही कुछ घटनाएं अगस्त महीने में होने वाली हैं। ये खगोलीय घटनाएं इतनी अद्वितीय होती हैं जो कई हजार सालों में एक बार होती हैं। इसलिए आप बहुत भाग्यशाली हैं जो इस वर्ष अगस्त महीने में होने वाली घटनाओं को देख पाएंगे। यह पूरे उत्तर प्रदेश में देखा जा सकेगा।” 18 अगस्त के दिन भारत में जीरो शैडो डे
डॉ. पांडेय बताते हैं “वैज्ञानिकों के मुताबिक इस दिन हमारे देश में हमें किसी भी चीज की परछाई नहीं दिखेगी। क्योंकि इस दिन जीरो शेडो डे है। ये घटना तब होती है जब सूर्य हमारी धरती के बिल्कुल ऊपर आ जाता है। जिस कारण किसी भी चीज की परछाई नहीं बनती। अगर आप सोच रहे हैं कि इस दिन हमारी परछाई बिल्कुल गायब हो जाती है तो आप गलत हैं। इस दिन सूर्य की किरणें लंबवत पड़ती हैं। जिस वजह से हमारी परछाई इधर-उधर न बनकर बिलकुल हमारे पैरों के नीचे बनती है और यही कारण है कि वो हमें दिखाई देती है।”
डॉ. पांडेय बताते हैं “वैज्ञानिकों के मुताबिक इस दिन हमारे देश में हमें किसी भी चीज की परछाई नहीं दिखेगी। क्योंकि इस दिन जीरो शेडो डे है। ये घटना तब होती है जब सूर्य हमारी धरती के बिल्कुल ऊपर आ जाता है। जिस कारण किसी भी चीज की परछाई नहीं बनती। अगर आप सोच रहे हैं कि इस दिन हमारी परछाई बिल्कुल गायब हो जाती है तो आप गलत हैं। इस दिन सूर्य की किरणें लंबवत पड़ती हैं। जिस वजह से हमारी परछाई इधर-उधर न बनकर बिलकुल हमारे पैरों के नीचे बनती है और यही कारण है कि वो हमें दिखाई देती है।”