scriptअधूरे कोर्स के बीच बोर्ड परीक्षार्थी तैयारी को अपना रहे शार्टकट | UP board exam status 2020 | Patrika News
कानपुर

अधूरे कोर्स के बीच बोर्ड परीक्षार्थी तैयारी को अपना रहे शार्टकट

फरवरी में शुरू हो रहीं बोर्ड परीक्षाएं, कोर्स पूरा करना मुश्किल
शिक्षक इंपॉर्टेंट प्रश्रों पर निशान लगवाकर करवा रहे तैयारी

कानपुरJan 09, 2020 / 02:40 pm

आलोक पाण्डेय

अधूरे कोर्स के बीच बोर्ड परीक्षार्थी तैयारी को अपना रहे शार्टकट

अधूरे कोर्स के बीच बोर्ड परीक्षार्थी तैयारी को अपना रहे शार्टकट

कानपुर। कभी मौसम तो कभी हिंसा और तनाव के चलते बार-बार होने वाले अवरोध के चलते हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का कोर्स अधूरा ही रह गया है। अब जबकि फरवरी में बोर्ड परीक्षाओं की घोषण हो चुकी है तो छात्रों को अधूरा कोर्स परेशान कर रहा है। समय बहुत कम बचा है और कोर्स पूरा करने के साथ-साथ परीक्षा की तैयारियों के लिए कम से कम दो महीने चाहिए, यही चिंता छात्रों को खाए जा रही है। इसे देखते हुए शिखकों ने बीच का रास्ता निकाला है।
इंपॉर्टेंट प्रश्र कराए जा रहे तैयार
कोर्स पूरा कराने का समय नहीं बचा तो शिक्षकों ने इंपॉर्टेंट प्रश्रों पर निशान लगवा दिए। पिछले कई वर्षों के प्रश्रपत्रों के आधार पर अनुमान लगाकर ऐसे प्रश्रों को चुना गया है जो अब तक बोर्ड परीक्षाओं में कई बार पूछे गए हैं। छात्र इसी को सफलता का मूलमंत्र मान कर तैयारी में जुटे हैं। शिक्षकों का मानना है कि पूरी किताब के केवल ४० फीसदी कोर्स में से ही हर बार ज्यादातर सवाल आते हैं, इसलिए कक्षाएं भी इन्हीं सवालों के लिए चलाई जा रही हैं।
झूठे निकले कोर्स पूरा कराने के दावे
कई स्कूलों में तो शिक्षकों की ओर से कोर्स पूरा कराने का दावा किया जा रहा है पर सच तो छात्रों के मुंह से सामने आ ही गया। कुछ वैसे इंटर के छात्रों ने तो लगभग कॉलेज आना ही बंद कर दिया है। ऐसे विद्यालय जहां एक विषय कई शिक्षक पढ़ाते हैं वहां सिलेबस पूरा नहीं है पर जहां पूरा सिलेबस किसी एक शिक्षक के हवाले है वहां स्थिति बेहतर है। अनुदानित विद्यालयों में 40 फीसदी विद्यालयों ने अच्छी पढ़ाई कराई है। वहीं, 40 फीसदी सामान्य की श्रेणी में हैं। कोर्स 10 से 20 फीसदी शेष है। ऐसे विद्यालय जहां छात्र संख्या ही नाममात्र की है, उन 20 फीसदी की स्थिति बेहद खराब है।
न छात्र संख्या और न पढ़ाई
शहर के जीपीजी हायर सेकेंड्री स्कूल में हाईस्कूल में केवल 09 छात्र हैं। इनकी पढ़ाई भगवान भरोसे है। लल्लू प्रसाद इंटर कॉलेज, महात्मा गांधी गोपीनाथ, गंगादीन गौरी शंकर समेत कई ऐसे विद्यालय हैं, जहां कोर्स की स्थिति ठीक नहीं है। यहां छात्र संख्या भी कम है।
यहां की स्थिति बेहतर
खालसा इंटर कॉलेज, गोविंद नगर, श्री मुनि हिंदू इंटर कॉलेज, फैज-ए-आम इंटर कॉलेज, एबी विद्यालय, सेंट फ्रांसिस जेवियर्स, जुहारी, सेन, आर्य कन्या, चाचा नेहरू और सुभाष इंटर कॉलेज जैसे विद्यालयों में स्थिति अच्छी है।

Hindi News / Kanpur / अधूरे कोर्स के बीच बोर्ड परीक्षार्थी तैयारी को अपना रहे शार्टकट

ट्रेंडिंग वीडियो