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इनकी हुई गिरफ्तारीत्रिपुरा निवासी सुबीर सब्दाकर, जम्मू कश्मीर के सांबा निवासी मोहम्मद जकारिया, म्यांमार निवासी मोहम्मद शोएब, मुस्तफा, बांग्लादेश निवासी फारसा, सबकुर नाहर, नूर हबीबा और रजिया को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से एक पैनकार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आयुष्मान कार्ड, ई-श्रम कार्ड, चार आधार कार्ड, दो डेबिट कार्ड, चार मोबाइल, दो कार्ड यूनाइटेड नेशन हाई कमिश्नर फॉर रिफ्यूजी (बांग्लादेश), एक कार्ड यूनाइटेड नेशन हाई कमिश्नर फॉर रिफ्यूजी (भारत), 12 रेलवे टिकट और 11980 रुपए बरामद किए हैं।
जाहिद और जुबैर ने फर्जी आधार बनवाने में की मदद
झकरकटी बस अड्डे से गिरफ्तार किए गए रोहिंग्या बांग्लादेश से अवैध तरीके से बॉर्डर पार करके त्रिपुरा में घुसे थे। आरोपियों ने बताया कि यहां से दिल्ली जाना था और फिर वहां से जम्मू कश्मीर पहुंचना था। एटीएस को उनकी भाषाशैली और काम करने के तरीके से शक हुआ।
झकरकटी बस अड्डे से गिरफ्तार किए गए रोहिंग्या बांग्लादेश से अवैध तरीके से बॉर्डर पार करके त्रिपुरा में घुसे थे। आरोपियों ने बताया कि यहां से दिल्ली जाना था और फिर वहां से जम्मू कश्मीर पहुंचना था। एटीएस को उनकी भाषाशैली और काम करने के तरीके से शक हुआ।
एटीएस इंस्पेक्टर चैम्पियन लाल ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि रोहिंग्या को बॉर्डर पार कराकर यूपी और देश के विभिन्न राज्यों में बसाया जा रहा है। लखनऊ एटीएस इंस्पेक्टर चैम्पियन लाल के साथ एसआई रत्नेश यादव, हेड कांस्टेबल सुजीत कुमार, अभिषेक दीक्षित, अनूप कुमार, अभिषेक यादव, जगदीश और सुनील कुमार ने योजना बनाई।
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इंस्पेक्टर ने बताया कि कानपुर में टीम को अलर्ट कर दिया गया था। महिलाएं होने के कारण टीम में महिला सिपाही बबिता यादव, संगीता देवी को शामिल किया गया। शनिवार शाम साढ़े चार बजे बस अड्डे पर छापेमारी की गई। यहां मिले आरोपियों ने बताया कि जाहिद और जुबैर नाम के व्यक्तियों ने बांग्लादेश बॉर्डर पार कराया था। उसके बाद त्रिपुरा निवासी अनवर के यहां पहुंचाया गया। अनवर के घर पर दो दिन तक रुके थे। पूछताछ में बांग्लादेशियों ने बताया कि अनवर का कार चालक विमल मियां भी इसी गिरोह का सदस्य है। दस्तावेज बन जाने के बाद वही इन्हें त्रिपुरा के कुमारघाट रेलवे स्टेशन तक छोड़ने आया था। दिल्ली में आरोपियों को मोहम्मद जकारिया मिलने वाला था जो सबकुर नाहर को जम्मू में रह रही उसकी बहन यासमीन के यहां पहुंचाने वाला था। बाकी के रोहिंग्याओं को जम्मू में रह रहे तय्यूब नाम के व्यक्ति के यहां पहुंचाना था। वहां से इनके आगे की क्या योजना थी इसके बारे में इन आरोपितों को भी अधिक जानकारी नहीं थी।
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एटीएस इंस्पेक्टर अरविंद पांडेय करेंगे विवेचनाजम्मू कश्मीर के बाद बांग्लादेशियों की क्या योजना थी इसका खुलासा एटीएस की विवेचना में होगा। एंटी टेररिस्ट स्क्वॉयड ने एफआईआर दर्ज करने के बाद इसकी विवेचना इंस्पेक्टर एटीएस अरविंद पांडेय को सौंपी है। विवेचना में इस मामले में और तथ्य सामने आएंगे। एटीएस फिलहाल इनकी मदद करने वाले आरोपियों की तलाश कर रही है। उनकी गिरफ्तारी के बाद इस मामले की परतें और खुलने की संभावना है।