कानपुर

जिस महिला के अपहरण के मामले में दो भाई जेल में, एक इंस्पेक्टर सस्पेंड, 17 महीने बाद वह वापस आई

कानपुर देहात में 17 महीने से गए महिला अपने तीन बच्चों के साथ मायके पहुंची तो घर वालों की आंखें फटी की फटी रह गई। जिसके गायब होने के आरोप में उसके दो सगे भाई जेल में है।‌ मामला हाई कोर्ट में जाने के बाद और भी गंभीर हो गया। पुलिस कमिश्नर की देखरेख में जांच हो रही है। तीन विवेचना अधिकारी बदले जा चुके हैं।

कानपुरNov 15, 2024 / 02:09 pm

Narendra Awasthi

उत्तर प्रदेश के कानपुर में देहात में एक महिला तीन बच्चों के साथ करीब 17 महीने पहले गायब हो गई थी। पति ने महिला के भाइयों के ऊपर मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने दो भाइयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस मामले में पुलिस इंस्पेक्टर सस्पेंड कर दिया गया था। जिसे जांच की थी। इंस्पेक्टर पर आरोप लगा कि उसने झूठी रिपोर्ट बनाई है। लेकिन अब 17 महीने बाद महिला अपने मायके पहुंची तो माता-पिता के होश उड़ गए। महिला बोली वह अपने भाइयों को टीका करने के लिए आई है। लेकिन वह तो जेल में बंद है। इस मामले में अपहरण का मुकदमा दर्ज था। अब पुलिस नई सिरे से जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि दोनों भाइयों को जमानत मिलेगी। मामला बिधनू थाना क्षेत्र का है। ‌
यह भी पढ़ें

उन्नाव जंक्शन रेलवे स्टेशन का होगा कायाकल्प, एक नंबर प्लेटफार्म के ऑफिस के लिए बन रहा नया भवन

मामला कानपुर देहात के बिधनू थाना क्षेत्र के बतौली गांव की रहने वाली राखी पुत्री संजय दुबे की शादी करीब 10 साल पहले शिवनारायण अग्निहोत्री निवासी कड़लीपुरवा शिवराजपुर के साथ हुई थी। उसके दो लड़के और एक लड़की है। राखी का पति शिवनारायण उर्फ श्यामू शराबी था। वह अपनी पत्नी को मारता पीटता था। जिससे परेशान होकर 17 में 2023 को तीनों बच्चों को लेकर गायब हो गई। इसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चला। अपने साथ फोन भी नहीं ले गई थी।
पति ने ससुराल वालों पर लगाया आरोप

श्याम नारायण उर्फ श्यामू ने पत्नी के गायब होने की तहरीर शिवराजपुर थाने में दी। पत्नी के मायके वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस इंस्पेक्टर शिव शंकर पटेल ने मामले की जांच की। उन्होंने श्यामू की तहरीर के आधार पर राखी के घर वालों से बातचीत की। जो यह नहीं बता पाए कि राखी कहां है? शिव शंकर पटेल ने महत्वपूर्ण स्थलों पर पोस्टर लगवाए, सीसीटीवी कैमरे चेक कराया। लेकिन कोई जानकारी नहीं हुई श। इसके बाद उन्होंने अपनी रिपोर्ट जांच रिपोर्ट लगा दी। जिसमें उन्होंने बताया कि अपहरण जैसी कोई घटना नहीं हुई है। 
पति श्यामू ने हाईकोर्ट में अपील

रिपोर्ट के खिलाफ 28 जुलाई 2023 को श्यामू हाईकोर्ट में अपील की। हाई कोर्ट ने पुलिस कमिश्नर को तलब किया। इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने विवेचना अधिकारी इंस्पेक्टर शिव शंकर पटेल को सस्पेंड कर दिया और जांच इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को दी गई। पुलिस ने श्यामू की तहरीर के आधार पर राखी के भाई और पिता को हिरासत में ले लिया। लेकिन राखी के विषय में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। इस बीच पिता संजय दुबे की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें छोड़ दिया गया। राखी की बरामदगी न होने पर दूसरे विवेचना अधिकारी सुबोध कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया।
चौथे विवेचनाधिकारी के रूप में इनको मिली जिम्मेदारी

तीसरी विवेचना अधिकारी के रूप में इंस्पेक्टर बृजेश सिंह को जिम्मेदारी दी गई। लेकिन राखी की बरामदगी में उन्हें भी सफलता नहीं मिली। मामला हाई कोर्ट में चल रहा है और पुलिस कमिश्नर के निगरानी में जांच हो रही है। इस बीच इंस्पेक्टर बृजेश सिंह की जगह शिवराजपुर थाना इंचार्ज अरविंद सिंह सिसोदिया को विवेचना अधिकारी बनाया गया। इसके साथ ही कई अन्य टीम में भी लगाई गई। 
पुलिस कर रही है पूछताछ

दिवाली के बाद पड़ने वाली भाई दूज 3 नवंबर को राखी बच्चों के साथ अपने घर बतौली पहुंची। जहां उसे जानकारी मिली कि उसी के गायब होने के आरोप में उसके भाई जेल में बंद है। पुलिस की पूछताछ में राखी ने बताया कि पति श्यामू शराब के नशे में मारता पीटता था। जिससे तंग आकर उसने बच्चों को लेकर घर छोड़ दिया। पुलिस नए सिरे से पूरे मामले की जांच कर रही है। राखी से पूछताछ भी कर रही है। राखी के वापस आने के बाद अब भाइयों को भी जमानत मिल जाएगी। 

संबंधित विषय:

Hindi News / Kanpur / जिस महिला के अपहरण के मामले में दो भाई जेल में, एक इंस्पेक्टर सस्पेंड, 17 महीने बाद वह वापस आई

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.