संतोष सिंह गहमरी के मुताबिक, वह 14 जुलाई की दोपहर तीन बजे घर से शास्त्री नगर स्थित कार्यालय गए थे। वहां उन्हें एक गुमनाम पत्र मिला जो पोस्ट के जरिए आया था। पत्र में ऊपर लिखा था तेरी मौत। उसके बाद राजनीतिक गतिविधियां कम कर लो, पुलिस अधिकारियों से संबंध खत्म कर लो, भाजपा का साथ छोड़ दो और जान की सलामती चाहते हो तो पांच लाख रुपये देने को कहा। साथ ही यह लिखा था कि मेरे बुलाने पर रुपये लेकर ईदगाह के पास आकर चुपचाप दे जाना। इसके अलावा यह भी लिखा है कि तुम्हारे साथ के लोग हमें पल पल की जानकारी दे रहे हैं। तुम एक पक्ष को परेशान कर रहे हो, इसका अंजाम भुगतना होगा।
गोली चलाई थी मगर बच गए संतोष सिंह गहमरी ने बताया कि चार माह पूर्व डबल पुलिया पर एक गोली चली थी। उन्हें इसके बारे में जानकारी हुई तो पूर्व इंस्पेक्टर को बताया था। संतोष सिंह के मुताबिक पत्र में लिखा है कि पहले तुम्हें गोली मारने का प्रयास किया था मगर तुम बच गए थे। इंस्पेक्टर काकादेव मनोज कुमार वर्मा ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पत्र कहां से आया इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।