प्रो. मोहन ने मुताबिक स्टील से बने एक्सट्रैक्टर, माइक्रो फिल्टरेशन, ऑर्गेनिक क्लैरीफाइंग एजेंटों के उपयोग से क्लैरीफिकेशन, ऑयन एक्सचेंज रेजिन के माध्यम से डीकलराजेशन और निश्चित तापमान में उबालने की प्रक्रिया की गई। जिसके बाद यह शुगर सिरप तैयार हुआ। उन्होंने बताया कि प्रति 100 ग्राम चीनी के सिरप में 400 कैलोरी, शहद के सिरप में 325 और चरी से तैयार इस सिरप में सिर्फ 295 कैलोरी मिली है।
यह भी पढ़े – अब यूपी में कॉन्वेंट पैटर्न पर फ्री पढ़ेंगे मजदूरों के बच्चे, आवासीय स्कूलों में रहकर करेंगे पढ़ाई बिना प्रिजरवेटिव रहेगा सुरक्षित प्रो. मोहन के मुताबिक चरी से तैयार शुगर सिरप पूरी तरह प्राकृतिक है। इसे बिना किसी प्रिजरवेटिव को मिलाए एक साल तक सुरक्षित रखा जा सकता है। वैज्ञानिकों का दावा है कि सिरप में जमने जैसी समस्या नहीं होगी। यह चीनी सिरप या शहद सिरप से काफी सस्ता होगा।
क्या होती है चरी प्रो. नरेंद्र मोहन के मुताबिक यह चरी ज्वार का तना होता है, जिसे जानवरों को खिलाया जाता है। ज्वार जरूरी न्यूट्रिएंट से भरपूर होता है। इसलिए इस चरी में भी प्रोटीन, अमीनो एसिड, खनिज आदि होते है। इसके तत्व चरी से तैयार शुगर सिरप में भी मिलते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं।