दरअसल इस रेलमार्ग पर झींझक स्टेशन के समीप कीमैन कृष्णलाल रेलवे लाइन पर पेट्रोलिंग कर रहे थे। तभी अचानक झींझक रेलवे स्टेशन के पास खंभा नंबर 1080 के 33 व 35 के बीच उन्होंने पटरी चटकी देखी। इस पर आनन फानन में वह स्टेशन मास्टर को सूचना देने के लिए दौड़ते हुए जा रहे थे। वे स्टेशन पहुंच नहीं पाए थे कि इससे पूर्व तेज रफ्तार से जाती हुई अवध एक्सप्रेस चटकी पटरी के ऊपर से गुजर गई। जब वहां पहुंचकर कीमैन ने जानकारी दी तो इस पर स्टेशन मास्टर ने घटना की सूचना पीडब्लूआई टीम व उच्चाधिकारियों को दी।
इसके बाद मौके पर पहुंची पीडब्लूआई टीम ने चटकी पटरी को मरम्मत कर सही किया। इस दौरान दिल्ली की तरफ जा रही कैफियत एक्सप्रेस को दस मिनट तक झींझक रेलवे स्टेशन पर रोका गया। पटरी की अस्थाई मरम्मत के बाद मरुधर एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस, प्रयागराज एक्सप्रेस, शिवगंगा एक्सप्रेस, पूर्वा एक्सप्रेस आदि ट्रेनों को काशन देकर धीमी गति से गुजारा गया। फिलहाल मौके पर रेलवे कर्मियों को तैनात कर दिया गया है।
पीडब्लूआई सियाराम बिंद ने बताया की अचानक गर्मी और बारिश से ठंडी होने के कारण पटरी ज्वाइंट पर चटक गई थी। पटरी को फिश प्लेट से कसकर ठीक कर दिया गया है। इसके बाद ब्लाक लेकर नई पटरी लगायी जाएगी। झींझक स्टेशन मास्टर रवी वर्मा ने बताया कि पटरी चटकने के कारण बीस मिनट तक रेल यातायात बाधित रहा था। बता दें बीते दो वर्ष पूर्व 20 नवंबर को पुखरायां में भीषड़ ट्रेन हादसा होने का जख्म अभी तक लोग नहीं भुला पाये हैं। इसके बावजूद रेलवे की फिर एक बड़ी चूक सामने आई है। हालांकि रेलकर्मियों ने तत्काल पटरी की मरम्मत करा यातायात सुचारू किया है।