शातिर है गैंग चलाने वाली महिला नैंसी खान
डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया “किदवई नगर पुलिस टीम ने एक हनी ट्रैप गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह में फिलहाल तीन लोग शामिल हैं। इनमें से नैंसी खान और सौरभ दत्त प्रयागराज के रहने वाले हैं। जबकि संजोग जयसवाल कानपुर के रहने वाले हैं। ये तीनों एक गिरोह के रूप में काम करते हैं। नैंसी खान सोशल मीडिया एन्फ्लुएंसर हैं। जो एक डेटिंग ऐप भी चलाती है। यह भी पढ़ें
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इसी एप के माध्यम से नैंसी खान कई पुरुषों से दोस्ती करती थी और फिर एक होटल में जाने के बहाने बुलाकर उनके वाहन चुरा लेती थी और वाहन वापस करने के लिए फिरौती मांगती थी। इसी क्रम में नैंसी खान ने डेटिंग एप के माध्यम से प्रयागराज के वकील को हनीट्रैप में फंसाया। इसके बाद उसे एक होटल ले जाकर उसकी कार चोरी कर ली। बाद में फिरौती मांगने के लिए कार मालिक से संपर्क किया। पुलिस को इसकी जानकारी मिली तो टीम को एक्टिव किया गया।”इंस्टाग्राम पर 60 हजार से ज्यादा फॉलोअर
डीसीपी साउथ ने बताया कि आरोपी लड़कों ने पूछताछ के दौरान बताया कि नैंसी खान उर्फ तनु ही टिंडर,बम्बल डेटिंग एप पर लोगों को फंसाती थी। उसने कहा था कि तुम लोग बस गाड़ी चुराना, बाकी जिम्मेदारी मेरी है। तनु ने डेंटिंग और फेसबुक एप में नैंसी खान, तनु सिंह, हर्षिता सहित अन्य नामों से आईडी बनाई हुई है। जिनके माध्यम से लोगों को फंसाती थी। डीसीपी साउथ ने बताया कि नैनी निवासी सौरभ पीएचडी की तैयारी कर रहा है। जबकि संजोग बीएससी किया हुआ है। वहीं तनु के इंस्टाग्राम अकाउंट में 60 हजार से ज्यादा फॉलोअर हैं। जिसमें वह ब्लॉगिंग समेत अन्य तरह के वीडियो डालती है। हालांकि पुलिस के पकड़ते ही महिला ने अपने मोबाइल से इंस्टाग्राम समेत सोशल मीडिया से संबंधित डेटा डिलीट कर दिया। पुलिस उसे रिकवर करने में जुटी है। यह भी पढ़ें
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कानपुर के हरबंश मोहाल निवासी संजोग जायसवाल एक साल से तनु उर्फ नैंसी खान को जानता है। उसकी इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई थी। इसके बाद दोनों में प्रेम प्रसंग हो गया। वहीं प्रयागराज के फतेह मोहम्मद निवासी सौरभ दत्त की भी इंस्टाग्राम से ही पहचान होने के बाद दोस्ती हुई थी। किदवईनगर थाना प्रभारी बहादुर सिंह का कहना है कि आरोपियों ने फोन से इंस्टाग्राम समेत सारा डेटा डिलीट कर दिया है। इनका डेटा रिकवर किया जा रहा है। उसके बाद इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।वकील ने पुलिस को बताई महिला एन्फ्लुएंसर की सच्चाई
कानपुर पुलिस को प्रयागराज के वकील ने बताया कि उसकी डेटिंग एप के जरिए नैंसी खान नाम की एक लड़की से दोस्ती हुई। एक महीने पहले लड़की ने उसे मिलने के लिए बुलाया था। उसकी लड़की से मुलाकात हुई तो उसने होटल चलने के लिए कहा। होटल के बाहर पहुंचते ही नैंसी ने कहा “पहले आप अंदर देखकर आओ, मैं तब तक कार में ही बैठी हूं। इसके बाद मैं होटल के अंदर चला गया। जैसे ही मैं होटल से बाहर आया तो देखा लड़की कार समेत गायब थी। लोकलाज के डर से मैंने कहीं शिकायत नहीं की। लड़की का मोबाइल भी स्विच ऑफ था। पांच दिन बाद नैंसी और उसके साथियों ने फोन पर कार देने के बदले पांच लाख रुपये मांगे। मैं रुपये लेकर किदवईनगर आया, लेकिन जब तक मैं उनसे मिलता पुलिस ने उन्हें कार समेत पकड़ लिया।”सोशल मीडिया एन्फ्लुएंसर तक कैसे पहुंची पुलिस?
डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया “किदवईनगर पुलिस को सूचना मिली कि एक काली रंग की एसयूवी कार संदिग्ध अवस्था में घूम रही है। शीशे में हाईकोर्ट अधिवक्ता लिखा है। गाड़ी चोरी की हो सकती है। इसपर पुलिस ने बरगदिया तिराहे के पास कार को रोक लिया। कार एक लड़का चला रहा था। उसका साथी लड़के के बगल में बैठा था। जबकि पीछे एक लड़की बैठी थी। कार के चेचिस नंबर से पता चला कि गाड़ी मालिक प्रयागराज निवासी एक अधिवक्ता की है। संपर्क करने पर अधिवक्ता ने डेटिंग एप के जरिए नैंसी खान नाम की लड़की से दोस्ती और फिर कार चोरी होने की बात बताई।” डीसीपी अंकिता शर्मा ने बताया कि पुलिस ने शातिरों को पकड़ लिया। इसके बाद भी लोकलाज के डर से वकील रिपोर्ट दर्ज नहीं करवा रहा था। हालांकि पुलिस के फोर्स करने के बाद वह राजी हो गया। इसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों पर चोरी, धोखाधड़ी, वसूली करने समेत गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है।