कानपुर में संक्रमित मरीजों को अस्पतालों में आसानी से बेड नहीं मिल पा रहे हैं। अस्पताल में भर्ती कराने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है, या फिर सुबह से शाम तक संघर्ष करना पड़ रहा है। इस भाग-दौड़ में पेशेंट की जान पर बन आती है। किसी मरीज के परिजन सुबह से लेकर शाम तक ऑक्सीजन सिलिंडर की लाइन में लगे है। ऐसे मरीजों की सांसे उखड़ने लगती है, इस स्थिति में ऑक्सीजन लंगर में आकर मरीजों की सांसो को नियंत्रित कर सकते हैं।
ऑक्सीजन लंगर का होगा विस्तार
ऑक्सीजन लंगर में बड़ी संख्या में लोग ऑक्सीजन लेने के लिए आ रहे है। सुबह से ही लोग कार से, ऑटो से और स्ट्रेचर में पेशेंट को लेकर पहुंच रहे है। इस कैंप में मरीजों के लिए बेड डाले गए है। गर्मी से बचने के लिए कूलर लगाए गए है। इसके साथ ही मेडिकल टीम को भी तैनात किया गया है। श्रीगुरू सिंह सभा कानपुर के अध्यक्ष हरविंदर सिंह लार्ड के मुताबिक ऑक्सीजन लंगर में हर जरूरतमंद को तीन से चार घंटे ऑक्सीजन दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जब तक ऑक्सीजन की किल्लत रहेगी, यह लंगर इसी तरह से चलता रहेगा। ऑक्सीजन लंगर का बढ़ाया जाएगा।
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सिख समाज ने की ऑक्सीजन लंगर की शुरूआत
कानपुर में सिख समाज ने ऑक्सीजन लंगर की शुरूआत की है। इस ऑक्सीजन लंगर में जरूरतमंदों को तीन से चार घंटे तक निशुल्क ऑक्सीजन दी जा रही है। यह ऑक्सीजन लंगर उन मरीजों के लिए लिए जिनके परिजन अस्पतालों में बेड के लिए भटक रहें है, या फिर मरीजों के परिजन ऑक्सीजन सिलिंडर के लिए लाइन पर लगे हैं।