पहले इस पर मार दो थोड़ा
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो कानपुर देहात के मड़ौली गांव का बताया जा रहा है। वीडियो में चबूतरे पर स्थापित शिवलिंग नजर आ रहा है। वहीं पास में थाना प्रभारी रूरा दिनेश गौतम,एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद, लेखपाल अशोक नजर आ रहे हैं।
इस दौरान थाना प्रभारी रूरा दिनेश गौतम शिवलिंग को छूकर प्रणाम करता हैं। हाथ से शिवलिंग के पास में स्थापित नंदी को हिलाने की कोशिश करते हैं।
इस दौरान चबूतरे के पास खड़े एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद जेसीबी ड्राइवर से शिवलिंग को हटाने के लिए कह रहे हैं कि पहले इसमें थोड़ा मार दो।
एसडीएम के आदेश पर हो रहा था सब कुछ
ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वायरल वीडियो घटना के दिन का ही है। ग्रामीण बताते हैं कि एसडीएम के आदेश पर ही सब कुछ हो रहा था।
थाना प्रभारी रूरा के साथ मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी चबूतरे पर स्थापित शिवलिंग को ना तोड़ने के लिए भी कह रहे थे। इस दौरान जब थाना प्रभारी की नहीं सुनी गई तो उन्होंने महादेव के हाथ जोड़ माफी भी मांगी थी।
जेसीबी चालक मौके पर मौजूद एसडीएम व लेखपाल की बातों को सुनकर ही काम कर रहा था। ग्रामीणों ने कहा कि घटना में अगर कोई दोषी है। तो वह सभी प्रशासनिक अधिकारी हैं। जो मौके पर मौजूद थे।
क्या था मामला
कानपुर देहात के मैथा तहसील के मड़ौली गांव में कृष्ण गोपाल दीक्षित के खिलाफ अवैध कब्जा करने की शिकायत थी। 13 फरवरी को एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद,पुलिस व राजस्व कर्मियों के साथ गांव में अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे।
इस दौरान जेसीबी से नल और मंदिर तोड़ने के साथ ही छप्पर गिरा दिया। इससे छप्पर में आग लग गई और वहां मौजूद प्रमिला (44) व उनकी बेटी नेहा (18) की आग की चपेट में आने से जलकर मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कृष्ण गोपाल गंभीर रूप से झुलस गए थे।
पुलिस ने परिवार की तहरीर के आधार पर एसडीएम, लेखपाल व थाना प्रभारी सहित 39 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस जेसीबी चालक दीपक व लेखपाल अशोक सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पूरे मामले की जांच के लिए शासन के निर्देश पर एसआईटी गठित की गई है।