सोशल डिस्टेसिंग की उड़ रही धज्जियां
प्रसपा नगर अध्यक्ष अजय चैबे ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान शराब के ठेके खोले जाने से सोशल डिस्टेंसिंग का मजाक उड़ रहा है। सोमवार से लेकर बुधवार की सुबह तक शराब की दुकानों में भीड़ उमड़ी। ग्राहक सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं कर शराब की बोतलें खरीदने के लिए मारा-मारी कर रहे हैं। जिस तरह से शराब बिक और खरीदी जा रही है इससे कोरोना वायरस का प्रसार बढ़ेगा। इसके आंकड़े भी कुछ यही बता रहे हैं। दो दिनों से कोरोना पाॅजीटिव मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
शराब के लिए पत्नी की हत्या
नगर अध्यक्ष ने सीधे केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोगों को घरों में बंद रखा। मध्यम वर्ग के परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गए। युवाओं का रोजगार छिन गया। सबकुछ गवांने के बाद अब शराब की दुकानें खुलने से बचा धन और जेवरात लोग बेंचकर शराब पीएंगे। प्रसपा नेता ने बताया कि फर्रुखाबाद, जनपद के नवाबगंज थाना क्षेत्र के बमरूलिया गांव में नशेबाज पति ने शराब की लत पूरी करने के लिए पत्नी को पीट पीटकर मार डाला। वह शराब के लिए पत्नी से रुपये मांग रहा था और रुपये न मिलने पर उसके कान के बाले छीनकर ले गया।
12 घंटे में दो हत्या
प्रसपा नेता ने बताया कि सोमवार को शराब की दुकान खुली और मंगलवार को इसका असर भी शहर में दिखने लगा। शराब के नशे में धुत आरोपी ने एक दिब्यांग की हत्या कर दी तो वहीं देररात मधुशाला के चलते किन्नर को अपनी जान गवानी पड़ी। नगर अध्यक्ष ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि जल्द से जल्द शराब की दुकानों में तालेबंदी का आदेश दें। जिससे कि लोगों को दोहरी मार से बचाया जा सके।
अन्य व्यापारी भी देते हैं राजस्व
प्रसपा नेता ने कहा कि सरकार ने शराब की दुकानों को खोले जाने की छूट तो दे दी, लेकिन बच्चों कि किताबों के लिए स्टेशनरी की दुकानें बंद रखी जा रही हैं। प्रसपा नेता ने कहा कि शराब कारोबारियों से ज्यादा अन्य व्यापारी राजस्व देते हैं तो फिर सभी कारोबार खोलने की अनुमति क्यों नहीं दी जाती है। प्रसपा नेता ने आरोप लगाते हुए बताया कि बीजेपी नेताओं के कहने पर डीएम ने शराब की दुकान खोले जाने की अनुमति दी है। जिसका पार्टी विरोध करती है और 17 मई के बाद कार्यकर्ता सरकार के इस फैसले के खिलाफ आंदोलन करेंगे।