आधे घंटे की मुलाकात में तीन मर्तबा अपमान पहले खबर के साथ प्रकाशित फोटो को गौर से देखिए। इस फोटो के वायरल होने के बाद ही राजा भैया के समर्थकों में आक्रोश पनपा है। इस फोटो में सफेद धोती और हल्का जामुनी रंग का कुर्ता पहनकर राजा भैया फिल्म अभिनेता संजय दत्त से मिलने गए थे। संजय दत्त ने मुलाकात के समय लाल कुर्ता और काली धोती पहनी थी। करीब आधे घंटे तक दोनों दिग्गजों में वार्तालाप हुई। सोफे के दाएं और संजू बाबा, जबकि बाएं छोर पर राजा भैया बैठे थे। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक, इस दरम्यान संजय दत्त ने तीन मर्तबा अपना तीन मर्तबा अपना दायां पैर उठाकर बाएं पैर के ऊपर रखा। ऐसा करने से उनकी चप्पल की निचला हिस्सा राजा भैया की मुंह की तरफ हो गया। तहजीब के मुताबिक, यह असभ्यता है।
राजा समर्थकों में उबाल, संजू कैंप ने माफी मांगी दरअसल, संजू बाबा से यह गलती अनजाने में हुई, लेकिन मुलाकात की फोटो वायरल होने के बाद राजा भैया के समर्थकों ने संजय दत्त की गलती को देख लिया। इसके बाद समर्थकों ने गलती के लिए माफी मांगने की मांग को बुलंद करते हुए मरने-मारने का ऐलान कर दिया। कानपुर में वीर अभिमन्यु सेना के अध्यक्ष धमेंद्र सिंह भदौरिया कहते हैं कि यह गलती अनजाने में हुई है, लेकिन संजय दत्त को राजा भैया से मुलाकात के समय अपने व्यवहार को संयमित रखना चाहिए था। भीम चौहान कहते हैं कि फोटो से संजय दत्त का गुरूर झलक रहा है, जबकि राजा भैया के चेहरे पर सौम्यता कायम है। इसी को बड़प्पन कहते हैं। राजा भैया के तमाम समर्थकों के गुस्से की खबर लगते ही संजय दत्त के कैंप को गलती का अहसास हो गया है। संजू कैंप ने गलती को अनजाने में हुई भूल के लिए माफी मांगते हुए कहा है कि राजा भैया की इज्जत सिर-माथे, ऐसा कोई इरादा नहीं था। फिर भी किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो बगैर शर्त माफी।
राजनीति के मैदान में संजय दत्त की इंट्री गौरतलब है कि फिल्म अभिनेता संजय दत्त आजकल अपनी नई फिल्म ‘प्रस्थानम’ की शूटिंग के लिए लखनऊ में टिके हैं। फिल्म की शूटिंग के लिए लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सेट बनाया गया है। ‘प्रस्थानम’ तेलगू फिल्म की री-मेक है, जिसमे संजय दत्त लीड भूमिका है। इस फिल्म में संजय दत्त नेशनल पीपुल पार्टी के नेता ठाकुर बलदेव प्रताप सिंह का किरदार निभा रहे हैं। प्रतिष्ठान के एक कोने में उनके दफ्तर के साथ ही संजय की दो आदमकद तस्वीरें भी लगाई गई हैं। फिल्म में संजय दत्त का किरदार काफी हद तक यूपी की सियासत में राजा भैया जैसा है।