पिता और पत्नी खाते में मंगाई जाती थी रकम मुंबई पुलिस को शक है कि कानपुर का अरविंद श्रीवास्तव ही यश ठाकुर है। इसकी जांच को लेकर कानपुर आई मुंबई क्राइम ब्रांच टीम को कई अहम जानकारियां मिली हैं। अरविंद के पिता और पत्नी के खाते में रकम मंगाई जाती रही है। इसकी भी जांच पुलिस ने की है। अरविंद ने खुद को सिंगापुर की एक कंपनी में कार्यरत बता रखा था। अरविंद श्रीवास्तव के कनेक्शन को तलाशते हुए मुंबई पुलिस मार्च में कानपुर आई थी। उस दौरान रामबाग स्थित एक निजी बैंक में एक खाते के ट्रांजेक्शन को लेकर पुलिस आशंकित थी। तब यहां से पुलिस को पहली बार अरविंद श्रीवास्तव के बारे में जानकारी मिली थी।
अरविंद के पैरेंट्स के केयर टेकर से भी हुई पूछताछ बैंक मैनेजर ने पुलिस को बताया था कि अरविंद 2018 और 2019 में कानपुर आया था, तभी वह बैंक भी आया था। बाद में पुलिस को उसके श्याम नगर में घर की जानकारी हुई। घर पहुंचने पर पुलिस को पता चला कि उस घर में सिर्फ उसके पिता नर्वदा प्रसाद श्रीवास्तव और मां प्रेमलता ही रहती हैं। पत्नी हर्षिता अरविंद के साथ ही रहती है। यहां अरविंद ने माता-पिता की देखरेख के लिए ओमप्रकाश तिवारी को केयर टेकर के रूप में रखा था। मुंबई क्राइम ब्रांच ने उनसे भी पूछताछ की थी। मुंबई पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार अरविंद श्रीवास्तव का पासपोर्ट मध्य प्रदेश से बना हुआ है। यह पासपोर्ट 14 अगस्त 2018 को बना था। मुंबई पुलिस ने उसके खिलाफ 22 फरवरी 2021 लुक आउट नोटिस जारी किया था।