मामले की जानकारी देते हुए मृतका की बेटी ने बताया कि आरोपी ने मुझे दूध लाने के लिए बाहर भेजा दिया। आरोपी अर्जुन ने दूध लाने को मेरे साथ अपने भाई टिंकू और दोस्त रोहित यादव को भेजा था। और जब दूध लेकर मैं वापस लौटी तो अंदर से गेट बंद था। जब मैंने गेट खटखटाया तो उसने नहीं खोला। इसके बाद उसने कहा कि 10 मिनट बाद आना। लेकिन, मैं वहां से गई नहीं, गेट के बाहर ही खड़ी रही, फिर भी गेट नहीं खुला। फिर मैंने हॉस्टल में रहने वाली एक लड़की की मदद ली। लंबे समय के बाद जब आरोपी गेट खोलने आया, तो मैंने देखा कि उसके कपड़े पर खून लगा था। और गेट खोलते ही आरोपी भाग निकला। फिर मैंने कमरे के अंदर जाकर देखा तो बिन कपड़ों के बेहोशी की हालत में पड़ी थी। कमरे में चारों तरफ खून फैला हुआ था। मैंने इसकी सूचना अपने भाई को दी। इसके बाद हैलट अस्पताल ले गए। जहां, उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
मामले को लेकर सीएमओ आलोक रंजन ने हॉस्टल केयर टेकर के पोस्टमॉर्टम के लिए तीन डॉक्टरों का पैनल का गठित किया था। पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि महिला की मौत रक्त स्त्राव की वजह नहीं हुई है, बल्कि उसके सिर पर किसी भारी चीज से हमला किया गया था, जिसकी वजह से सिर की हड्डी टूट गई। हड्डी टूटने के बाद महिला कोमा में चली गई, और उसकी मौत हो गई। इसके साथ ही महिला के सिर, माथे और हाथ पर मारपीट के निशान हैं। रेप को लेकर दो स्लाइड भी बनाई गईं हैं।