कानपुर. पुलिस आयुक्त की कुर्सी छोड़ राजनीति में आने वाले कानपुर के पहले पुलिस आयुक्त असीम अरुण द्वारा जारी चिट्ठी चर्चा में आ जाती है। इसी प्रकार का एक और पत्र उन्होंने जारी किया है। जिसमें अपनी भविष्य के विषय में जानकारी दी है। अपने पत्र में उन्होंने कहा कि उनके साथी विदाई समारोह करना चाहते थे। लेकिन उन्होंने इन परिस्थितियों में यह उचित नहीं समझा। यही कारण था कि उन्होंने संक्षिप्त वीडियो जारी कर विदा होना उचित समझा। असीम अरुण कमिश्नरेट लागू होने के बाद कानपुर के पहले पुलिस आयुक्त के पद पर तैनात किए गए थे। पुलिस आयुक्त के पद से वीआरएस लेते हुए उन्होंने भाजपा की सदस्यता लेने का निर्णय लिया था। जो 15 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं। असीम अरुण नया पत्र अपने पुलिस मित्रों के लिए ट्वीट कर जारी किया है।
अपने पत्र की शुरुआत असीम अरुण ने साथियों को जानकारी देने के उद्देश्य से की है कि उनकी आगे की योजना क्या है। उन्होंने लिखा कि राज्य सरकार ने उनका वीआरएस स्वीकार कर लिया है। आगामी 15 जनवरी को वह रिटायर हो रहे हैं। 8 जनवरी को उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेने का निर्णय लिया है। 15 जनवरी तक उनके पास योजना बनाने और तैयारी करने का समय है। एक पुलिस अधिकारी से सार्वजनिक जीवन में आने के लिए अपने अंदर परिवर्तन लाने का प्रयास कर रहा हूं। अपने और परिवार की आवश्यकताओं को भी व्यवस्थित कर रहा हूं।
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अपने पुलिस मित्रों को लिखा पत्र
असीम अरुण ने लिखा कि 8 जनवरी के बाद आप से भेंट नहीं हुई है। कार्यालय में भेंट करना उन्हें अनुचित लगा। सेवा निर्मित होने के बाद उन्होंने कानपुर आने की जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि 15 जनवरी को अपनी मातृभूमि खैर नगर कन्नौज जाकर परिवार क बड़ों से आशीर्वाद लेकर नया सफर शुरू करूंगा।