प्रधानमंत्री ने स्वयं गुरुवार को देश भर के सेंट्रली फंडेड टेक्निकल इंस्टीट्यूशंस (CFTI) के निदेशकों और संस्थान के प्रमुख अधिकारियों से आनलाइन मुलाकात की और सराहना की। इस कार्यक्रम में 70 से अधिक तकनीकी संस्थानों के निदेशकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में आइआइटी कानपुर निदेशक प्रो. अभय करंदीकर, आइआइटी बांबे (मुंबई), मद्रास (चेन्नई), इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस (आइआइएससी) बेंगलुरु को पांच-पांच मिनट प्रस्तुति देने का मौका मिला।
प्रो. करंदीकर ने रोबोटिक्स, ड्रोन, ब्लॉक चेन तकनीक, एयर क्वालिटी मानीटरिंग, आनलाइन पढ़ाई, स्वदेशी तकनीक पर बने आक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर प्रोजेक्ट, फाइव जी वायरलेस तकनीक, स्कूल आफ मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नोलाजी, ई-मास्टर्स प्रोग्राम समेत भविष्य की अन्य योजनाओं की जानकारी दी। प्रधानमंत्री ड्रोन तकनीक, वेंटिलेटर प्रोजेक्ट, ई-मास्टर्स प्रोग्राम से खासे प्रभावित हुए। उन्होंने इसके दूरगामी परिणाम सामने आने की बात कही। प्रो. करंदीकर के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने आइआइटी कानपुर को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर करने के साथ ही तकनीक विकसित करने पर बधाई दी।