बताया गया कि आग इतनी भयावह थी कि दीवारें एवं बीमें तक फटकर गिर पड़ी। इलाकाई लोगों ने बताया कि फैक्ट्री में प्लास्टिक बोतल को गलाकर उससे धागा बनाया जाता था। शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात बताई गई है। प्राथमिक स्तर पर इस घटना में फैक्ट्री में करोड़ों के नुकसान की संभावना जताई जा रही है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि प्लास्टिक फैक्ट्री होने के कारण आग ने भीषण रूप ले लिया। आग पर काबू पाने के लिए नगर व देहात से आठ गाडिय़ां आग बुझाने में लगी रहीं। वहीं फैक्ट्री के अंदर पानी मिलने से भी काफी राहत मिली। उन्होंने बताया कि जांच के बाद ही वास्तविक स्थिति का आकलन किया जा सकेगा।