प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने बताया कि अभी तक के आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 की चौथी लहर के आने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। इसलिए चौथी लहर की संभावना से घबराने की जरूरत नहीं है। देश के अंदर 90% से अधिक भारतीयों में नेचुरल इम्यूनिटी डिवेलप है। जो वायरस से लड़ने में सक्षम है। चौथी लहर तीसरी लहर की तरह कम समय के लिए आएगी और इसका असर भी काफी कम रहेगा।
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नेचुरल इम्यूनिटी कारगर साबित हुआ
उन्होंने बताया कि देश में ओमीक्रोन का असर भी दिखाई पड़ा। म्यूटेंट ने कोविड-19 वैक्सीन से जनरेट इम्यूनिटी को बाईपास करने में सफलता जरुर प्राप्त कर ली लेकिन नेचुरल इम्यूनिटी को बाईपास नहीं कर सका। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है कि ओमीक्रॉन का देश में सिर्फ 11.8% लोगों पर असर दिखाई पड़ा। जबकि गिरीश जैसे देश में 65.1% तक लोग संक्रमित हुए हैं। अपने आकलन में उन्होंने बताया कि नेचुरल इम्यूनिटी जनरेट करने वाले देशों में ओमीक्रॉन का असर कम दिखाई पड़ा।