ये भी पढ़ें- रिमांड पर एटीएस मुख्यालय पहुंचे अलकायदा के आतंकी, खुलेंगे कई राज कानपुर की झोपड़पट्टी में रहती थी महिलाएं-
यह तीनों महिलाएं कानपुर के पनकी इलाके की झोपड़पट्टी में रहती थी। लखनऊ में दो संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद से ही यह फरार है। फोन भी स्विच ऑफ है, जिससे उनकी लोकेशन ट्रैक हो सकती थी। एटीएस के सूत्रों का कहना है कि यह तीनों फोन के माध्यम से आतंकियों व उनके आकाओं से लगातार संपर्क में थी।अलकायदा के एक्सटेंडेड टेरर आउटफिट अंसार गजवातुल हिंद का कमांडर उमर हलमंडी इन तीनों से मुलाकात कर चुका था। उमर हलमंडी भारत में अलकायदा का कमांडर है।
यह तीनों महिलाएं कानपुर के पनकी इलाके की झोपड़पट्टी में रहती थी। लखनऊ में दो संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद से ही यह फरार है। फोन भी स्विच ऑफ है, जिससे उनकी लोकेशन ट्रैक हो सकती थी। एटीएस के सूत्रों का कहना है कि यह तीनों फोन के माध्यम से आतंकियों व उनके आकाओं से लगातार संपर्क में थी।अलकायदा के एक्सटेंडेड टेरर आउटफिट अंसार गजवातुल हिंद का कमांडर उमर हलमंडी इन तीनों से मुलाकात कर चुका था। उमर हलमंडी भारत में अलकायदा का कमांडर है।
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एटीएस सूत्रों की अनुसार, दोनों संदिग्ध आतंकियों ने कानपुर व लखनऊ में 24 लोगों को ट्रेनिंग भी दी थी। यूपी के करीब 20 जिलों में इन दोनों आतंकियों के तार जुड़े होने का बात भी कही जा रही है। यह दोनों करीब एक महीने तक कानपुर में भी रुके थे।
एटीएस सूत्रों की अनुसार, दोनों संदिग्ध आतंकियों ने कानपुर व लखनऊ में 24 लोगों को ट्रेनिंग भी दी थी। यूपी के करीब 20 जिलों में इन दोनों आतंकियों के तार जुड़े होने का बात भी कही जा रही है। यह दोनों करीब एक महीने तक कानपुर में भी रुके थे।