कौन है मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि एन.आर. नारायण मूर्ति आईआईटी कानपुर के डिस्टिंग्विश्ड अलुम्नस हैं। उन्होंने 1969 में आईआईटी कानपुर से एम.टेक किया। एक उद्योगपति और जनहितैषी, एन.आर. नारायण मूर्ति को भारत के आईटी उद्योग को आकार देने और इसकी वैश्विक प्रमुखता को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका के लिए जाना जाता है। उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल इंफोसिस को आगे बढ़ने में मदद की है। बल्कि भारत के उद्यमशीलता क्षेत्र को भी आगे बढ़ने में मदद की है। उत्कृष्टता और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति एन.आर. नारायण मूर्ति की अथक प्रतिबद्धता ने उन्हें पद्म विभूषण, फ्रांस से लीजियन डी’ऑनर अधिकारी, ब्रिटेन से सीबीई सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा गया है।
इनको मिलेगी मानद उपाधि डॉक्टर ऑफ साइंस (मानद उपाधि), उत्कृष्ट व्यक्तियों की अनुकरणीय उपलब्धियों का सम्मान करने के लिए आईआईटी कानपुर द्वारा दी जाने वाली सर्वोच्च मानद शैक्षणिक डिग्री है। जो कि तीन प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों एम सी मैरी कॉम (भारतीय शौकिया मुक्केबाज और राजनीतिज्ञ), डॉ देवी प्रसाद शेट्टी (अध्यक्ष और संस्थापक, नारायण हेल्थ) और नटराजन चंद्रशेखरन (अध्यक्ष, टाटा संस) को प्रदान की जाएगी।
2127 छात्र को मिलगी डिग्री इस वर्ष, कुल 2127 छात्र डिग्री प्राप्त कर रहे हैं, जिनमें से 236 पीएचडी से हैं। 15 एमटेक-पीएचडी (संयुक्त डिग्री) से हैं,483 एमटेक से हैं,739 बीटेक से हैं, 21 एमबीए से हैं, 6 छात्र हैं एमडीएस से हैं, 51 एमएस (रिसर्च द्वारा), 40 पीजीपीईएक्स-वीएलएफएम से हैं, 1 आईआईटी (डीआईआईटी) के डिप्लोमा से हैं, 151 एमएससी (2 वर्षीय पाठ्यक्रम) से हैं, 18 डबल मेजर से हैं, 125 दोहरी डिग्री से हैं। 14 एमएस-पीडी (डुअल डिग्री का एमएस भाग) से हैं, 149 बीएस से हैं, और 68 ईमास्टर्स डिग्री प्रोग्राम से हैं।