ये भी पढ़ें- यूपीः ऑक्सीजन की डिमांड हुई कम, अब रुके हुए उद्योगों को मिलेगी ऑक्सीजन मंडलायुक्त डॉ राजशेखर रेड्डी ने कहा कि हैलट अस्पताल सामान्य हॉस्पिटल नहीं है, इसको अपनी जिम्मेदारियां समझनी चाहिए। कानपुर ही नहीं आसपास के जिले से मरीज भी इलाज के लिए यहां आते हैं। सामान्य दिनों में भी यहां मरीजों की भीड़ लगी रहती है। महामारी के समय अस्पताल पर बोझ काफी बढ़ जाता है, लेकिन थोड़ी मेहनत की जरूरत है। अधूरे पड़े प्रोजेक्टों को पूरा करने के लिए शासन से लगातार बात करते रहें।
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उन्होंने कहा कि एक या दो माह मे अस्पताल से ऑक्सिजन की कमी हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। 925 एलपीएम क्षमता के दो ऑक्सिजन प्लांट भी आरंभ हो जाएंगे। प्रतिदिन 30 हजार लीटर ऑक्सिजन मिलेगी।
उन्होंने कहा कि एक या दो माह मे अस्पताल से ऑक्सिजन की कमी हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। 925 एलपीएम क्षमता के दो ऑक्सिजन प्लांट भी आरंभ हो जाएंगे। प्रतिदिन 30 हजार लीटर ऑक्सिजन मिलेगी।