कानपुर

सत्ता और सरकारें बदल गईं, लेकिन नहीं बदले तो निभू के हालात

अखिलेश यादव ने रसूलाबाद क्षेत्र के निभू गांव को चिन्हित कराकर अग्निशमन केंद्र को मंजूरी दी थी…

कानपुरMay 14, 2018 / 02:11 pm

नितिन श्रीवास्तव

सत्ता और सरकारें बदल गईं, लेकिन नहीं बदले तो निभू के हालात

कानपुर देहात. जिले में आए दिन होने वाले अग्निकांड के दौरान दमकल गाड़ियों के समय पर उपलब्ध न होने से तमाम आशियाने उजड़ जाते है और सैकड़ो बीघा फसलें तबाह हो जाती हैं। जिसके चलते सपा कार्यकाल में मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव ने रसूलाबाद क्षेत्र के निभू गांव को चिन्हित कराकर अग्निशमन केंद्र को मंजूरी दी थी। इसके बाद कार्य शुरू हुआ लेकिन शासन से संपूर्ण बजट मिलने के बाद भी रसूलाबाद का अग्निशमन केंद्र भवन अधूरा है। जिसको संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश दिए थे बावजूद इसके कार्यदायी संस्था की मनमानी से दो वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद भी निर्माण पूरा नहीं हो सका है। इसकी वजह से अग्नि सुरक्षा व जीवन रक्षा के जरूरी इंतजाम अटके हैं। इस लापरवाही के चलते बीते माह हुए अग्निकांडों में क्षेत्र की सैकड़ो बीघा फसलें बर्बाद हो चुकी है। दो वर्ष गुजर गए सरकारें बदल गयी लेकिन अग्निशमन केंद्र निर्माण कार्य अभी भी ठहरा हुआ है।
 

2.96 करोड़ में प्रस्तावित हुआ था अग्निशमन केंद्र

जिला मुख्यालय की सबसे दूरस्थ तहसील रसूलाबाद है। वर्ष 2015 में रसूलाबाद तहसील मुख्यालय पर विसधन मार्ग पर निभू गांव में अग्निशमन केंद्र भवन निर्माण की मंजूरी शासन से मिली थी। कार्यदायी संस्था यूपी सिडको ने फरवरी 2016 में ठेकेदार के माध्यम से अग्निशमन केंद्र भवन निर्माण कार्य शुरू किया। दो वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद भी कार्यदायी संस्था अग्निशमन केंद्र निर्माण पूर्ण नहीं करा सकी है। कुल 2.96 करोड़ रुपये से प्रस्तावित अग्निशमन केंद्र भवन के लिए प्रथम किश्त में 1.11 करोड़ रुपये काम की शुरुआत के दौरान हस्तगत कराए गए थे। इधर बाकी का बजट बीते वर्ष कार्यदायी संस्था को आवंटित किया जा चुका है। संपूर्ण बजट मिलने व समीक्षा में धीमी प्रगति पर फरवरी माह में डीएम ने कार्यदायी संस्था इंजीनियर व ठेकेदार को मार्च माह में काम पूरा कराने का अल्टीमेटम दिया था। इस पर ठेकेदार ने हर हाल में अग्निशमन केंद्र भवन पूर्ण कराने का आश्वासन दिया था। अलबत्ता मांगी गई मोहलत से डेढ़ माह अधिक होने के बाद भी अग्निशमन केंद्र भवन अधूरा है।
 

घटना पर माती से आती है दमकल की गाड़ी

आग के सीजन यानी मार्च माह में रसूलाबाद तहसील मुख्यालय में दमकल कर्मियों की ड्यूटी भेजी जाती है। ये दमकल कर्मी थाने में अस्थाई तौर पर आश्रय पाते हैं। ऐसे में दैनिक जरूरत के संसाधनों के लिए दमकल जवानों को जद्दोजहद करनी पड़ती है। वहीं सीजन खत्म होने के बाद तहसील मुख्यालय से दमकल जवानों को ठिकाना उठने से आग लगने की घटना पर माती से दमकल जवान पहुंचते हैं। लंबी दूरी होने से दमकल पहुंचने से पहले सब कुछ राख हो चुका होता है।
 

दो वर्षों में निर्माण कार्य की स्थिति

– प्रशासनिक भवन अधूरा

– गैराज छत पड़ी

– सीढि़यां अधूरी

– पानी की टंकी लगभग पूर्ण

– चाहरदीवारी अधूरी
– खिड़की दरवाजे नहीं लगी

– प्लास्टर कार्य अधूरा

– फर्श अधूरा

– मुख्य अग्निशमन अधिकारी बोले

 


मार्च तक काम होगा पूरा

मुख्य अग्निशमन अधिकारी विश्वरूप बनर्जी ने कहा कि लंबित परियोजनाओं की समीक्षा में यूपी सिडको के अफसरों व ठेकेदार ने मार्च तक काम पूरा कराने को कहा था। अग्निशमन केंद्र भवन 31 जुलाई 2017 तक पूरा होना था। मांगी गई समय की मोहलत खत्म होने के बाद भी अग्निशमन केंद्र भवन अधूरा है।’

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