हूबहू आयोध्या
जिस काॅलेज से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पढ़कर देश की सियासत में नया मुकाम हासिल किया, वह डीएवी इनदिनों सुर्खियों में छाया हुआ है। यहां पर दुर्गा पूजा पंडाल को अयोध्या नगरी की थीम पर बनाया गया है। पंडाल में भगवान् श्रीराम, हनुमान, पोस्टरों के माध्यम से दर्शाया गया है। सरयू नदी आहट भी भक्तों को मंत्रमुग्ध करती है तो वहीं मां कौशल्या और दशरथ के संग खेलते रामलाला की एक झलख पाने के लिए भक्त कई-कई घंटे लाइन पर लगे रहते हैं।
इस वजह से करवाया निर्माण
दुर्गा पूजा आयोजक जय मुखर्जी का कहना है कि राममंदिर की काल्पनिक थीम पर पंडाल को बनाया गया हैै। बताते हैं, कोलकाता से आए कारीगरों ने थर्माकोल व कपडे से इसको बनाया है। जय के मुताबिक इस वर्ष दुर्गा पूजा अपने सौ साल पूरे कर रही है। इसलिए इस बार कुछ अलग करने का मन बनाया गया था। जिसके बाद राम मंदिर की थीम पर पंडाल को निर्माण करवाया है। मुखर्जी कहते हैं, अयोध्या में तो अभी भगवान रामलाला त्रिपाल में विराजमान हैं। पर नवरात्रि पर भक्तों को राम की नगरी अयोध्या के साक्षत दर्शन कराने के लिए हमलोगों ने इसे डीएवी परिसर पर बनवाया है।
मां दुगा भी विराजमान
दुर्गा पूजा पंडाल में प्रवेश करते ही दुर्गा जी विशाल प्रतिमा के दर्शन होते है। दुर्गा पूजा में माता के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु जब अयोध्य नगरी थीम पर बने पंडाल को देखते है तो मन में रोमांच भर जाता है। दुर्गा पूजा में माता के दर्शन करने आयी जूली गोस्वामी का कहना है कि पंडाल का डेकोरेशन देखकर ऐसा लग रहा है मानो भगवान् राम की नगरी अयोध्या में पहुंच गए हों। जूली बताती हैं कि यहां आने के बाद कहा जा सकता है कि भक्तों ने प्रभुराम की जन्मस्थली के दर्शन कर लिए।