अब अटल जी को याद रखेगा भविष्य
भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का कानपुर से गहरा रिश्ता रहा। वो अपने पिता के साथ यहां आए और डीएवी कॉलेज से शिक्षा-दिक्षा लेने के बाद आरएसएस से जुड़े। अटल जी अपने पूरे जीवनकाल के दौरान जब भी मौका मिला, वो प्यारे शहर के पास आते और पूराने किस्से सुनाया करते। 13 दिन की सरकार गिरने के बाद अटल जी पंडित दीनदयाल उपाध्यक्ष इंटर कॉलेज आजादनगर आए और हार नहीं मानंगा, रार नहीं ठानूगा कविता सुना लोगों को हंसाया। अटल जी अब इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उन्हें आज भी लोग याद कर रो पड़ते हैं। अपने अटल का नाम युगों-युगों तक याद रखने के लिए लोग व सरकार भी आगे आई है और जिस कॉलेज में उन्होंने पढ़ाई की, वहां पांच करोड़ की लागत से सेंटर फॉर एक्सीलेंस का निर्माण कराया जाएगा। जिस विश्वविद्यालय ने उन्हें पास किया, वो अपने होनहार छात्र को अटल स्मृति स्वर्ण देकर सम्मान करेगा। साथ ही जिस हॉस्टल में अटल जी रहे, उसे उनके नाम करने की भी घोषणा कॉलेज प्रशासन ने कर दी है।
अपने छात्र को जल्द देगा तोहफा
अटल जी कानपुर के डीएवी कॉलेज में पढ़ाई की थी। इसी के तहत अब कानपुर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने प्रस्ताव बनाया है। जिसके तहत राजनीति विज्ञान विषय में सर्वोच्च अंक लाने वाले छात्र को को अटल बिहारी बाजपेयी की स्मृति में गोल्ड मेडल दिया जाएगा। इसके लिये शिक्षक संघ ने अपने कल्याण कोष से विश्वविद्यालय को दो लाख रूपए देने की भी पेशकश की है। अब विश्वविद्यालय यह विचार कर रहा है कि अटल गोल्ड मेडल देने की शुरूआत इस सत्र से की जाए अथवा अगले सत्र से। इसके पहले कानपुर विश्वविद्यालय ने अटल जी की याद में उनके शैक्षिणिक दस्तावेजों को संग्रहालय में रखने का ऐलान भी किया हुआ है। अटल जी ने डीएवी कालेज से शिक्षा प्राप्त की थी। इस कॉलेज में स्मारक बनाया जा रहा है। विश्विद्यालय ने सन् 1993 में अटल जी को डाक्टरेट की मानद उपाधि दी थी। कुलपति प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता ने कहा कि अटल जी की शैक्षिणिक दस्तावेजों की प्रतिलिपि भाजपा नेताओं को सौप दी गई है, जिसे संग्रहालय में रखा जाएगा। जल्द ही उनकी एमए की डिग्री भी संग्रहालय के लिये मुहैया करा दी जाएगी।
बनेंगा सेंटर फॉर एक्सीलेंस
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अटल जी के लिए एक बड़ा ऐलान किया। सीएम ने पांच करोड़ रुपये (अनुपूरक बजट पास) से सिविल लाइंस स्थित डीएवी कॉलेज में सेंटर फॉर एक्सीलेंस बनाने के लिए दिए हैं। इस संबंध में डीएम विजय विश्वास पंत ने बताया कि जैसे ही शासन से निर्देश मिलेंगे तत्काल इसपर काम शुरू करा देंगे। दयानंद शिक्षण संस्थान के सचिव नागेंद्र स्वरूप ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के लिए जो भी काम हो रहा है, उसमें वह सरकार के साथ हैं। सेंटर फॉर एक्सीलेंस की स्थापना छात्र-छात्राओं के हित से जुड़ा निर्णय है। उधर, इसकी जानकारी डीएवी कॉलेज पहुंची तो प्रोफेसरों समेत सभी खुश हो गए। डीएवी कॉलेज के प्रोफेसर अनूप सिंह ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कॉलेज में 1945-46 में एमए राजनीति शास्त्र में दाखिला लिया था। यहा उन्होंने कॉलेज छात्रावास में दो साल रहते हुए पढ़ाई की थी।