कानपुर

40 युवतियों को अपना शिकार बनाने वाले नाइजीरियन की महिला मित्र को क्राइम ब्रांच ने दबोचा, मोसिस की पैरवी करने आई थी कानपुर

Nigerian ठग की महिला मित्र अलीशा उर्फ मैंडी कस्टम अधिकारी बनकर लोगों को बनाती थी अपना शिकार।

कानपुरAug 07, 2021 / 09:23 am

lokesh verma

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
कानपुर. कानपुर कमिश्नरेट क्राइम ब्रांच ने नाइजीरियन (Nigerian) ठग की महिला मित्र को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि नाइजीरियन ठग की एक महिला मित्र पैरवी करने के लिए कानपुर आई थी। जबकि क्राइम ब्रांच नाइजीरियन ठग मोसिस की महिला मित्र को लंबे समय से तलाश रही थी। पुलिस ने महिला मित्र के पास से पांच मोबाइल फोन बरामद किए हैं। वहीं इस रैकेट के अन्य सदस्यों की तलाश में पुलिस जुटी है।
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क्राइम ब्रांच के अनुसार, नाइजीरियन ठग की महिला मित्र अलीशा (Alisha) उर्फ मैंडी मेद्यालय के शिलांग की रहने वाली है। अलीशा हिंदी भाषा की अच्छी जानकार है। अलीशा कस्टम अधिकारी बनकर फोन करती थी, जो उसके झांसे में नहीं आता था, उस पर मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देती थी। क्राइम ब्रांच ने नाइजीरियन ठग ओकुवारिमा मोसिस को गिरफ्तार किया था। उसकी कॉड डिटेल से अलीशा का नाम प्रकाश में आया था। अलीशस दिल्ली के मालवीय विहार में रह रही थी।
चर्च में करते थे मीटिंग

क्राइम ब्रांच की पूछताछ में अलीशा ने बताया कि दिल्ली के पंखा रोड स्थित चर्च पर ओकुवारिमा मोसिस के साथ मीटिंग करती थी। दोनों मिलकर ठगी की प्लानिंग तैयार करते थे। इस मीटिंग में कई नाजीरियन युवक, युवतियां और भारतीय मूल के लोग मौजूद रहते थे। पुलिस ने अलीशा के पास से प्रीएक्टिवेटेड सिम बरामद किया है। यह सिम बदायूं के रहने वाले एक युवक के नाम पर एक्टिवेट था। इसके साथ ही इस बात की जानकरी मिली है कि अलीशा पहले ऑनलाइन कपड़े बेचने का काम करती थी।
कस्टम ड्यूटी के नाम पर करता था ठगी

नाइजीरियन ठग ओकुवारिमा मोसिस फेसबुक और इंस्टाग्राम पर युवतियों से दोस्ती करता था। फिर उनके वॉट्सएप नंबर लेकर चैटिंग करता था। इस जालसाज की जब दोस्ती पक्की हो जाती थी, तो युवती को महंगा गिफ्ट भेजने की झांसा देता था। इसके बाद कस्टम ड्यूटी के नाम पर युवतियों से अपने अकांउट में पैसे डलवाता था। नाइजीरियन ठग 40 युवतियों समेत करीब 80 लोगों को ठगी का शिकार बना चुका है।
युवती हुई थी ठगी का शिकार

नवाबगंज थाना क्षेत्र में रहने वाली एक युवती प्राइवेट जॉब करती थी। ठगी का शिकार हुई युवती ने नवाबगंज थाने में ठग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस प्रकरण की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई थी। युवती ने पुलिस को बताया था कि इंस्टाग्राम पर उसकी दोस्ती केविन हेरिसन नाम के युवक से हुई थी। केविन हेरिसन ने खुद को यूके का रहने वाला बताया था। इसके बाद हमारी बात फेसबुक और वॉट्सएप चैट के जरिए होने लगी। केविन हेरिसन ने कई बार महंगा गिफ्ट भेजने के लिए कहा था, लेकिन मैंने उसे मना कर दिया। जब वो नहीं माना तो मैंने गिफ्ट भेजने के लिए हामी भर दी थी। नाइजीरियन युवक ने कहा कि गिफ्ट मैंने पार्सल कर दिया है।
ऐसे लिया था झांसे में

क्राइम ब्रांच के मुताबिक नाइजीरियन युवक ने ही कस्टम अधिकारी बनकर युवती को फोन किया। युवती से कहा कि आप का बेहद मंहगा और कीमती गिफ्ट आया है। इस गिफ्ट के लिए आप को 23500 रुपए देने होंगे। इस पर युवती ने पेटीएम से उसके खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद फिर से फोन आया कि गिफ्ट में पैसे भी हैं, इसके लिए आप को मनी लैंडिग प्रमाणपत्र देना होगा, वर्ना मुश्किल में फंस जाओगी। दोबारा उसकी बातों में आकर युवती ने उसके अकांउट पर 65200 रुपए ट्रांसफर कर दिए। इस तरह से कस्टम अधिकारी बनकर युवती से चार लाख रुपए की ठगी की।
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