कानपुर। पिछले एक सप्ताह से पेट्रोल के कीमतों में इजाफा होने से जहां आमशहरी परेशान है तो वहीं व्यापारी व नौकरपेशा वाले नाराज। मंगलवार को कांग्रेसियों ने प्रेट्रोलियम मंत्री का पुतला दहन किया तो वहीं बुधवार को व्यापारी संगठन के लोग सड़क पर उतर आए और अपनी-अपनी बाइकें प्रेट्रोल पंप पर ले जाकर सेल लगा दी। व्यापारियों ने आने-जाने वालों से कहा मोटरसाइकिल खरीद लो, जो चाहो वह पैसा दे दो। इस मौके पर अन्य लोग भी खरीदने के बजाए अपनी-अपनी बाइकें भी सेल में लगा दी, जिसके चलते वहां दर्जनों दो पहिया वाहनों की कतार लग गई। व्यापारी नेता ज्ञालेंद्र मिश्रा ने कहा कि मोदी सरकार ने चार साल का कार्यकाल पूरा कर लिया। पब्लिक ने उन्हें हर मौके पर वोट देकर कमल खिलाया पर बदले में पीएम नरेंद्र मोदी व उनकी सरकार ने जनता को जख्म दिए। सरकार के इशारे पर सौ से ज्यादा कांग्रेसियों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया, जिसकी हम सब लोग घोर निंदा करते हैं।
पंप में लग गई बाइकों की कतारकानपुर में इंडियन आयल पेट्रोल पम्प पर एक अजब गजब नजारा देखने को मिला। पेट्रोल पम्प पर कई वव्यापारियों ने पेट्रोल व डीजल मूल्य वृद्धि को लेकर अपनी मोटरसाइकिलों की सेल लगा दी। व्यापारियों ने अपने हाथो में पोस्टर लेकर पेट्रोल व डीजल की कीमतों में हो रहे इजाफे को लेकर प्रदर्शन किया। व्यापारी नेता श्रानेंद्र मिश्रा ने मोदी सरकार से मांग की कि पेट्रोल डीजल वैट लगाया जाय जिससे मूल्य वृद्धि पर रोक लग सके। ज्ञानेश मिश्रा का कहना है कि 2013 जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने पेट्रोल डीजल पर तत्कालीन सरकार कांग्रेस सरकार पर जमकर आरोप लगाए थे। 2014 में डीजल पचास रुपये लीटर था उसके बाद दाम बढ़ते बढ़ते कानपुर में 68 रुपया हो गया है। बीजेपी सरकार ने चुनाव से पहले जो कहा था अब उससे मुकर रही है। देश में पेट्रोल डीजल पर वैट लागू है जबकि दूसरी चीजों पर जीएसटी लगा है। अगर पेट्रोल डीजल पर जीएसटी लगा दिया जाय तो जनता को काफी राहत मिलेगी।
रमजान में फल-मेवा की कीमत बढ़ींपेट्रोल पंप पर रमजान के महिने पर रोजदार भी बाइकों में पेट्रोल लेने के लिए पहुंचे। जाकिर कहते हैं कि चार साल पहले जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री चुने गए। तब आवाम को उनसे काफी उम्मीदें थी। पर उन्होंने इन चार साल के दौरान जनता की गाढ़ी कमाई को नोटबंदी कर बैंकों में जमा करा दी। फिर जीएसटी और एफडीआई लाकर जनता के साथ व्यापारी वर्ग की कमर तोड़ दी। रमजान का पवित्र महिना चला रहा है। गरीब रोजेदार सेब, खजूर और मेवा लेने के लिए घर से निकलता है पर कीमत सुन कर लेने से इंकार कर देता है। वहीं अकरम कहते हैं कि जिसके पास पैसा है तो वह महंगे से महंगे फल-मेवा खरीद कर खा सकता है पर गरीब सिर्फ पानी के सहारे दिनभर रोजा रख रहा है। पेट्रोल और डीजल की कीमतें बड़ने से बाहर से आने वाला सामान महंगा हो गया है। सेब डेढ़ सौ से लेकर दो सौ रूपए प्रतिकिलो कि हिसाब से बिक रहा है।
10 दिन से जारी है बढ़ोतरीकानपुर में पेट्रोल की कीमत थमने का नाम नहीं ले रही है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बीते 10 दिनों से बढ़त जारी है। आज कानपुर में पेट्रोल के दाम 77.17 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच गए हैं। कर्नाटक चुनाव के मद्देनजर सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने
पेट्रोल-डीजल की कीमतों को 24 अप्रैल 2018 से अगले 20 दिनों तक अपरिवर्तित रखा था। जानकारी के लिए आपके बता दें कि 16 जून 2017 से ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में रोजाना संशोधन हो रहा है। इससे पहले सरकारी तेल विपणन कंपनियां ईंधन की कीमतों की महीने में दो बार समीक्षा किया करती थीं। पेट्रोल डीजल की कीमतों में 14 मई से बदलाव आना शुरू हुआ है। यानी 13 मई 2018 से 23 मई 2018 तक बीते 10 दिनों में 2 रुपये 54 पैसे तक की बढ़ोतरी हो चुकी है। 14 मई से 23 मई तक हर रोज पेट्रोल की कीमतों में कुछ-कुछ पैसों का इजाफा हुआ है, जो कि लगातार बढ़ रहा है। बीते 10 दिनों की अगर बात करें तो इस दौरान डीजल की प्रति लीटर कीमत में 2 रुपये 41 पैसे का इजाफा हो चुका है। डीजल की कीमतें बीते 14 मई से ही बढ़ रही हैं।
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