कानपुर

कानपुर की मेयर ने तीन तलाक का किया समर्थन, मौलवियों पर दिया बड़ा बयान

कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में तीन तलाक बिल पेश किया, प्रमिला पांडे बोलीं- पीएम मोदी जैसे भाई के के रहते न डरें मुस्लिम महिलायें

कानपुरDec 28, 2017 / 09:20 pm

Hariom Dwivedi

कानपुर. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संसद में तीन तलाक पर कानून बनाकर पेश किया, जहां कई सांसदों ने ठीक बताया तो किसी ने गलत। इसी के बाद पूरे देश में इस पर बहस भी शुरू हो गई। कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो ठान लेते हैं वह कर के दी दम लेते हैं। आज का दिन महिलाओं के लिए ऐतिहासिक रहा, अब कोई पति शराब के नशे में मोबाइल से या अन्य किसी माध्यम के जरिए ट्रिपल तलाक नहीं दे सकता। अगर उसने ऐसा गुनाह किया तो इस कानून के जरिए उसे सजा मिलेगा। आजादी के बाद यह समाज के लिए बहुत खतरनाक मर्ज था, जिसके इलाज की व्यवस्था भाजपा सरकार ने कर दी है। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी जैसे भाई के होते मुस्लिम महिलाओं को डरने की जरूरत नहीं है। तीन तलाक की मुहर लगाने वाले मौलवियों को भी कानून के जरिए जेल भेजना चाहिए। इसके कारण वह इस कृत्य को अंजाम देने से पहले डरेंगे।

संसद में बिल पेश होने पर बहस
संसद में गुरुवार को तीन तलाक को लेकर जबरदस्त बहस चली। लोकसभा में बिल को पेश करते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। मोदी सरकार मुस्लिम महिलाओं को उनका हक दिलाने के लिए यह बिल लाई है। संसद में ओवैसी ने इस बिल का विरोध कर संशोधन की मांग की, जिसे वोटिंग के जरिए गिरा दिया गया। संसद में कानून लाए जाने के बाद इस पर बहस भी शुरू हो गई है। मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से जुड़े सदस्यों के साथ राजनीतिक दलों ने कानून का विरोध शुरू कर दिया तो इसके पक्ष में कानपुर की मेयर खड़ी हो गईं। पत्रिका से खास बातचीत के दौरान मेयर ने कहा कि मैं भी एक महिला हूं और संसद पर कानून लाए जाने की जानकारी पर मैं बहुत खुश हुई। मेयर ने कहा कि इसी संसद ने सती प्रथा के खिलाफ कानून बनाया और मामले में मौत की सजा तक का प्रावधान किया गया था। सती प्रथा का समर्थन करने वालों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई होने के साथ पूरे समाज का बहिष्कार कर दिया जाता है।

उन्हें भी सजा मिलनी चाहिए
मेयर प्रेमिला पांडेय ने बताया कि सपा विधायिका के भाई ने शराब के नशे में अपनी पत्नी को तलाक दे दिया था। मैं उस वक्त पीड़िता के साथ खड़े होकर पति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए थाने पहुंची। लेकिन सत्ता के नशे में चूर सपाईयों और पुलिसवालों ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। जैसे ही योगी आदित्यनाथ ने सीएम पद की शपथ ली, उसके अगले दिन हम स्वरूप्प नगर जाकर तलाक देने वाले पति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। प्रमिला कहती हैं कि उस वक्त कोई भी मुस्लिम धर्मगुरू सामने नहीं आया। प्रमिला पांडेय ने कहा कि हमें उम्मीद है कि जिस तरह से सती प्रथा का पक्ष लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई होती है, उसी तरह ऐसे मौलवियों के खिलाफ कानून के तहत सजा मिलनी चाहिए।
रुकेगा ट्रिपल तलाक, मिलेगा इंसाफ
प्रमिला पांडेय ने कहा कि यह कानून तलाक-ए-बिद्दत यानी तीन तलाक को रोकने के लिए है। उन्होंने कहा कि अभी तक शरीयत का कोई संहिताकरण नहीं किया गया। इसके चलते जिसके मन में जो आता है, वो वही करता है। इस बिल से मुस्लिम महिलाओं को न्याय मिलेगा और पीएम मोदी के साथ 19 राज्यों की सरकार इसके पक्ष में है। प्रमिला पांडेय ने कहा कि कांग्रेस सहित अन्य दल मुस्लिमों को अपना वोटबैंक की तरह इस्तमाल कर उन्हें गुमराह करते रहे। लेकिन पीएम मोदी सबका-साथ, सबका विकास के तहत बिना भेदभाव के काम कर रहे हैं। हिन्दू हो या मुस्लिम महिला न्याय दिलाना सरकार का कर्तव्य होता है। इसलिए पीएम मोदी ने आधी आबादी को इंसाफ दिलाने के लिए यह कानून बनाया है।

ट्रिपल तलाक एक नहीं कई जख्म देता है
प्रमिला पांडेय ने बताया कि पिछले साल एक मुस्लिम महिला हमारे पास आई और अपने पति की करतूत बयां की। पीड़िता ने बताया कि उसके पति ने मोबाइल के जरिए तीन तलाक बोल दिया और दूसरी शादी कर ली। हम उस महिला को लेकर थाने गई, लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से असर्मथा जता दी। तीन तलाक से मुस्लिम महिलाओं पर कई तरह के अत्याचार होते हैं। पति तलाक देने के बाद वह दूसरी शादी कर अराम की जिंदगी जीता है, वहीं पत्नी अपने बच्चों को लेकर मायके के साथ रिश्तेदारों के घरों में शरण लेती हैं। इस दौरान उनके छोटे-छोटे बच्चे दो-दो रोटी के मोहताज हो जाते हैं। अब ऐसी महिलाओं को पति त्रिपल तलाक देने से पहले सौ बार सोचेंगे।
 

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