पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आठों बैंक खाते सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया से ही संचालित हो रहे हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जब इन बैंक खातों के बारे में पता किया गया तो जानकारी मिली कि 9 दिसम्बर 2021 के बाद से इन खातों में आपस में तीन लाख से ज्यादा के ट्रांजेक्शन किए गए हैं। कई बार खातों से रुपए निकाले जाने की भी पुष्टि हुई है। हालांकि अब इन सभी खातों को सीज करा दिया गया है। पुलिस रिश्तेदारों से पूछताछ और जांच के बाद ही नतीजे पर पहुंचेगी।
यह भी पढ़े – चौथी लहर का क्या बच्चें हैं निशाना, प्रदेश में तैयार होने लगे कोविड वार्ड, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट रिश्तेदारों को दिलाई स्कूटर और कार पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपितों ने बैंक लॉकर के पैसे के अपने रिश्तेदारों को कार और स्कूटर खरीदने में भी मदद की है। बता दें कि इसका सत्यापन भी पुलिस टीम द्वारा किया जा रहा है। अब तक इस मामले में पुलिस ने छह रिश्तेदारों को चिन्हित किया है। जिनसे आरोपित दिसम्बर के बाद ज्यादातर सम्पर्क में आए थे। पुलिस पूछताछ कर रही।
अभी तक 250 ग्राम सोने के जेवर ही बरामद खुलासे से लेकर अब तक पुलिस ने 250 ग्राम सोने के जेवरात ही बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि एक-एक कर बाकी के जेवरात बरामद करने का प्रयास कर रही है। पुलिस की कई टीमें मिलकर मामले में 1.5 किलो सोने के जेवरात खोजने का प्रयास कर रही है। डीसीपी प्रमोद कुमार का का कहना है कि 22 अप्रैल से पहले ज्यादातर माल रिकवरी करने की सम्भावनाएं हैं। बताया कि ज्यादातर जेवरात बेचकर नकदी में तब्दील हो गए हैं ।
यह भी पढ़े – शादी वाले घर में छा गया मातम, बारात की जगह उठ गई छह अर्थियां क्या बोले अखिलेश यादव प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बैंक लॉकर पीड़ितों से मिलकर उनका दर्द जाना। महिलाओं ने रोते हुए कहा कि बस हमे हमारे जेवर दिला दीजिए। पुलिस पिछले सप्ताह भर से बस हम लोगों को गोल गोल घुमा रही। अखिलेश ने आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार से अनुरोध करेंगे जल्द जल्द बैंक लॉकर से गायब सोना पीड़ितों के मिले।