फॉर्मेट में शामिल होंगी ये जानकारियां एसआईटी ने शासन को यूपी में एक असलहा रजिस्टर सिस्टम लागू करने की सिफारिश की है। इससे असलहे का लाइसेंस लेने वाले की हर जानकारी प्रशासन के पास होगी। उस रजिस्टर को देखकर फर्जीवाड़े की संभावना भी खत्म हो जाएगी। इसकी शुरुआत कानपुर से की गयी है लेकिन जल्द ही यह हर जिले में लागू होगा। एसआईटी के मुताबिक इसके लिए फॉर्मेट तैयार होगा जो असलहा रजिस्टर में छपा रहेगा। नाम-पता, पुरानी व वर्तमान फोटो, परिवार का वर्णन, असलहे का प्रकार, खरीदने का साल, कारतूस की संख्या, परिवार के दो सदस्यों का ब्योरा बतौर गवाही, उनका पूरा ब्योरा, यूनिक आईडी नंबर आदि की जानकारी उसमें शामिल होगी।
अफसरों के सामने होगी जानकारी एसआईटी प्रभारी देवरंजन वर्मा के अनुसार, हर जिले में अलग-अलग असलहा रजिस्टर चलता है। इससे आसानी से छेड़छाड़ की जा सकती है। एसआईटी एक असलहा रजिस्टर फॉर्मेट की संस्तुति करेगी। शुरुआत कानपुर से होगी जो आगे चलकर पूरे यूपी में लागू होगी। फॉर्मेट में सत्यापन का भी एक कॉलम होगा जिसकी जिम्मेदारी एडीएम या डीएम के पास होगी। एडीएम या डीएम हर महीने सत्यापन करेंगे। अगर अफसर बदलते भी हैं, तब भी बाबूओं का रजिस्टर खेल नहीं चल सकेगा। हर जानकारी अफसरों के सामने होगी।