उत्तर प्रदेश के कन्नौज रेलवे स्टेशन पर बीते 11 जनवरी को बड़ा हादसा हो गया था। जब निर्माणधीन रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग की छत डालते समय शटरिंग गिर गई। जिसमें काम करने वाले मजदूर दब गए थे। हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर कमिश्नर सहित अन्य अधिकारी गण पहुंच गए थे। योगी सरकार में मंत्री असीम अरुण ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और घायलों से बातचीत की थी।
सपा ने बीजेपी पर बड़ा बयान दिया था
सपा ने निर्माणाधीन बिल्डिंग के गिरने को लेकर भाजपा पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने इसे सरकार से जोड़कर बयान दिया। इससे दो कदम आगे बढ़ते हुए समाजवादी मजदूर सभा ने जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर घटना में मृत्यु परिजनों को 10 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने को भी कहा है। इस संबंध में उन्होंने एक ज्ञापन दिया है।
क्या लिखा है ज्ञापन में?
समाजवादी मजदूर सभा ने अपने ज्ञापन में लिखा है कि कन्नौज रेलवे स्टेशन पर भी दुर्घटना में घायल और मरे हुए मजदूर को लेकर जिलाधिकारी कन्नौज को ज्ञापन दिया जा रहा है। जिसमें मांग है कि मृतक श्रमिकों को परिजनों को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए। घायल श्रमिकों को 5 लाख की आर्थिक सहायता और सही इलाज कराया जाए। पांच सूत्री ज्ञापन दिया गयापांच सूची ज्ञापन में मांग की गई है कि कंस्ट्रक्शन वर्क में लापरवाही बरतने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाए। संबंधित ठेकेदार ने सही समय पर सही व्यवस्था नहीं की। इस कारण घटना हुई है। संस्था और संबंधित ठेकेदार के खिलाफ सही जांच करवाकर आवश्यक कार्रवाई की जाए।
प्रदेश सचिव के हस्ताक्षर से दिया गया ज्ञापन
प्रदेश सचिव मजदूर सभा समाजवादी पार्टी नीरज कुमार दोहरे के हस्ताक्षर से यह ज्ञापन दिया गया है। लेकिन जब उन्हें इस बात की जानकारी हुई कि घटना में एक भी मौत नहीं हुई है तो जिलाध्यक्ष मेजर सिंह यादव बैक फुट पर आ गए। उन्होंने कहा कि इस बात की जानकारी नहीं है कि घटना में किसी मजदूर की मौत नहीं हुई है। उन्हें सात मजदूरों की मौत की जानकारी दी गई थी। फिलहाल ज्ञापन चर्चा का विषय बना हुआ है।