कानपुर: अराजक तत्वों ने प्राचीन शिव मंदिर के शिवलिंग के पास की खुदाई, भक्तों में आक्रोश
इत्र नगरी कन्नौज में लोकसभा सीट की स्थापना 1967 में हुई थी। कुल पांच विधानसभा है। जिसमें छिबरामऊ, कन्नौज, तिर्वा, बिधूना, रसूलाबाद हैं। सबसे खास बात यह है कि कन्नौज लोकसभा में सीट में औरैया और कानपुर देहात की एक-एक विधानसभा भी शामिल है। भारतीय जनता पार्टी ने 1996 में पहली बार कन्नौज लोकसभा सीट जीती थी। तब चंद्र भूषण सिंह ने लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया था। 1998 से लेकर 2014 तक यह सीट समाजवादी पार्टी के पास थी। जिसे 2019 में बीजेपी के सुब्रत पाठक ने छीन ली। अब एक बार फिर सुब्रत पाठक कन्नौज लोकसभा सीट से तैयारी कर रहे हैं।
कन्नौज समाजवादी पार्टी के गढ़ माना जाता है। बीजेपी को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज आ रहे हैं। जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। केके इंटर कॉलेज बोर्डिंग मैदान में आज सुब्रत पाठक अपने पिता स्वर्गीय ओमप्रकाश पाठक की पांचवीं पुण्यतिथि मना रहे हैं। इस मौके पर कन्नौज माटी वंश समागम कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है। मातृशक्ति सम्मेलन को मुख्यमंत्री संबोधित करेंगे। जिसको देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए प्रशासन सतर्क है। पुलिस उप महानिरीक्षक कानपुर परिक्षेत्र जोगेंद्र कुमार, जिलाधिकारी शुभ्रांत शुक्ला, पुलिस अधीक्षक अमित आनंद सहित अन्य अधिकारी गण कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर अधीनस्थों को आवश्यक ब्रीफिंग की।