अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने को लेकर अभी तक सस्पेंस बना हुआ था। पार्टी में सूत्रों के मुताबिक उनकी कन्नौज और आजमगढ़ दोनों जगह से तैयारी थी। लेकिन, आजमगढ़ से उन्होंने धर्मेंद्र यादव और मैनपुरी से पत्नी डिंपल को मैदान में पहले ही उतार दिया है।
अखिलेश यादव की थी कन्नौज से मजबूत दावेदारी
सियासी हलकों में चर्चा थी कि वह कन्नौज से मैदान में उतर सकते हैं। पार्टी नेताओं के मुताबिक उनका मानना था कि तेज प्रताप यादव को रामपुर से लड़ाया जाए। लेकिन, आजम खान इसपर राजी नहीं हुए।
सूत्रों के मुताबिक हाल फिलहाल में बदली परिस्थितियों में अखिलेश यादव चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। उनका पूरा फोकस पार्टी को अधिकतम सीटों पर जीत दर्ज कराना है। उन्होंने पार्टी में करीबी नेताओं से चर्चा करके चुनाव नहीं लड़ने के संकेत भी दिए हैं।
कन्नौज की पार्टी यूनिट के साथ बैठक करके वह तेज प्रताप के नाम पर अपने नेताओं को समझाएंगे। अखिलेश इस समय करहल विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और वर्तमान में विधानसभा में नेता विरोधी दल हैं।
सियासी हलकों में चर्चा थी कि वह कन्नौज से मैदान में उतर सकते हैं। पार्टी नेताओं के मुताबिक उनका मानना था कि तेज प्रताप यादव को रामपुर से लड़ाया जाए। लेकिन, आजम खान इसपर राजी नहीं हुए।
यह भी पढ़ें
सांसद जी का रिपोर्ट कार्डः 10 साल में 43 बार वाराणसी गए सांसद नरेंद्र मोदी, पहली वंदे भारत वाराणसी को सौंपी
सूत्रों के मुताबिक हाल फिलहाल में बदली परिस्थितियों में अखिलेश यादव चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। उनका पूरा फोकस पार्टी को अधिकतम सीटों पर जीत दर्ज कराना है। उन्होंने पार्टी में करीबी नेताओं से चर्चा करके चुनाव नहीं लड़ने के संकेत भी दिए हैं।
यह भी पढ़ें
Lok Sabha Election: कांग्रेस ने यूपी में 11 जिला और 10 शहरी क्षेत्रों के अध्यक्ष किए घोषित, 8 बड़े नाम राजनीतिक मामलों की समिति में शामिल
कन्नौज की पार्टी यूनिट के साथ बैठक करके वह तेज प्रताप के नाम पर अपने नेताओं को समझाएंगे। अखिलेश इस समय करहल विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और वर्तमान में विधानसभा में नेता विरोधी दल हैं।