घर से निकले थे इलाज कराने
कनौज रेलवे स्टेशन पर जल्दबाजी में ट्रेन पकड़ने के लिए कुछ लोग प्लेटफार्म से उतरकर बीच ट्रैक पर आ गए। जिसके बाद एक दर्दनाक हादसा हो गया। बताया जा रहा है कि फर्रुखाबाद जाने के लिए ट्रेन प्लेटफार्म नम्बर दो पर खड़ी थी। उस पर सवार होने के लिए तिर्वा के पवौरा गांव निवासी अमरसिंह अपनी पत्नी कुसुमा का इलाज कराने के लिए फर्रुखाबाद जा रहे थे। उनके साथ में पड़ोसी गांव पट्टी के पूर्व प्रधान रामशंकर और बद्रीप्रसाद पुत्र रामप्रसाद भी जा रहे थे। इन सभी को प्लेटफार्म नम्बर दो पर खड़ी 15037 एक्सप्रेस टे्रन पर सवार होना था।
कनौज रेलवे स्टेशन पर जल्दबाजी में ट्रेन पकड़ने के लिए कुछ लोग प्लेटफार्म से उतरकर बीच ट्रैक पर आ गए। जिसके बाद एक दर्दनाक हादसा हो गया। बताया जा रहा है कि फर्रुखाबाद जाने के लिए ट्रेन प्लेटफार्म नम्बर दो पर खड़ी थी। उस पर सवार होने के लिए तिर्वा के पवौरा गांव निवासी अमरसिंह अपनी पत्नी कुसुमा का इलाज कराने के लिए फर्रुखाबाद जा रहे थे। उनके साथ में पड़ोसी गांव पट्टी के पूर्व प्रधान रामशंकर और बद्रीप्रसाद पुत्र रामप्रसाद भी जा रहे थे। इन सभी को प्लेटफार्म नम्बर दो पर खड़ी 15037 एक्सप्रेस टे्रन पर सवार होना था।
जब ऊपर से गुजरी ट्रेन
यह चारों लोग जल्दबादी में ट्रेन पकड़ने के लिए रेलवे पुल से दूसरे प्लेटफार्म पर न जाकर ट्रैक पार करने लगे। अमरसिंह व बद्रीप्रसाद प्लेटफार्म से नीचे उतरे ही थे कि फर्रुखाबाद की ओर से 54156 पैसेंजर ट्रेन आ गई। नीचे उतरते ही दोनों लोग ट्रेन देखकर घबरा गए और पटरी के पास गिर पड़े। इस दौरान बद्रीप्रसाद के एक पैर के ऊपर से ट्रेन गुजर गई, जिससे उसका पैर कट गया। अमर सिंह के पैरों में भी गंभीर चोटें आई हैं। साथ में उतरने की कोशिश कर रही पत्नी कुसुमा और पूर्व प्रधान रामशंकर को उतरने से पहले ही ट्रेन आती देख प्लेटफार्म पर खड़े यात्रियों ने उसे ऊपर खींच लिया। पूर्व प्रधान हादसे का शिकार होने से बच गए।
यह चारों लोग जल्दबादी में ट्रेन पकड़ने के लिए रेलवे पुल से दूसरे प्लेटफार्म पर न जाकर ट्रैक पार करने लगे। अमरसिंह व बद्रीप्रसाद प्लेटफार्म से नीचे उतरे ही थे कि फर्रुखाबाद की ओर से 54156 पैसेंजर ट्रेन आ गई। नीचे उतरते ही दोनों लोग ट्रेन देखकर घबरा गए और पटरी के पास गिर पड़े। इस दौरान बद्रीप्रसाद के एक पैर के ऊपर से ट्रेन गुजर गई, जिससे उसका पैर कट गया। अमर सिंह के पैरों में भी गंभीर चोटें आई हैं। साथ में उतरने की कोशिश कर रही पत्नी कुसुमा और पूर्व प्रधान रामशंकर को उतरने से पहले ही ट्रेन आती देख प्लेटफार्म पर खड़े यात्रियों ने उसे ऊपर खींच लिया। पूर्व प्रधान हादसे का शिकार होने से बच गए।
जब दौड़ पड़े लोग
ट्रेन से कटने की खबर से स्टेशन पर भगदड़ मच गई। यात्री घायलों को देखने के लिए दौड़ पड़े। दोनों घायलों को रेलवे पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान बद्रीप्रसाद की मौत हो गई। जबकि अमर सिंह की हालत नाजुक देखते हुए कानपुर रेफर कर दिया गया है।
ट्रेन से कटने की खबर से स्टेशन पर भगदड़ मच गई। यात्री घायलों को देखने के लिए दौड़ पड़े। दोनों घायलों को रेलवे पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान बद्रीप्रसाद की मौत हो गई। जबकि अमर सिंह की हालत नाजुक देखते हुए कानपुर रेफर कर दिया गया है।
तो बच जाती जान
हादसे का शिकार हुए अमर सिंह व बद्री नरायन को प्लेटफार्म नंबर दो से एक्सप्रेस ट्रेन पकड़नी थी। उन्होंने जल्दबाजी के चक्कर में रेलवे ट्रैक का सहारा लिया। यदि वह थोड़ी दूर स्थित रेलवे ओवरब्रिज का सहारा लेते तो उनकी जान बच जाती।
हादसे का शिकार हुए अमर सिंह व बद्री नरायन को प्लेटफार्म नंबर दो से एक्सप्रेस ट्रेन पकड़नी थी। उन्होंने जल्दबाजी के चक्कर में रेलवे ट्रैक का सहारा लिया। यदि वह थोड़ी दूर स्थित रेलवे ओवरब्रिज का सहारा लेते तो उनकी जान बच जाती।
भीषण गर्मी में यात्रियों को हुई दिक्कत
कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हादसे के बाद पैसेंजर खड़ी हो गई। गाड़ी चालक व गार्ड ने उतर दोनों घायलों की पड़ताल की। उन्हें जिला अस्पताल भिजवाने तक ट्रेन को खड़ा रखा गया। गार्ड सुभाष चंद्र ने कागजी कार्रवाई के बाद गाड़ी को आगे बढ़ाया। ऐसे में करीब 30 मिनट पैसेंजर स्टेशन पर ही खड़ी रही। भीषण गर्मी में यात्रियों को दिक्कत उठानी पड़ी।
कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हादसे के बाद पैसेंजर खड़ी हो गई। गाड़ी चालक व गार्ड ने उतर दोनों घायलों की पड़ताल की। उन्हें जिला अस्पताल भिजवाने तक ट्रेन को खड़ा रखा गया। गार्ड सुभाष चंद्र ने कागजी कार्रवाई के बाद गाड़ी को आगे बढ़ाया। ऐसे में करीब 30 मिनट पैसेंजर स्टेशन पर ही खड़ी रही। भीषण गर्मी में यात्रियों को दिक्कत उठानी पड़ी।
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