जानकारी के अनुसार कोरर थाना क्षेत्र के डोमाहर्रा गांव निवासी माहराराम कड़ियाम का निधन 2 जून को शाम करीब 6 बजे हो गया। मृतक के बेटे घसिया राम, राकेश एवं रोशन तथा बेटी रोशनी ने बताया कि 5 वर्ष पूर्व परिवार में किसी न किसी की हमेशा तबीयत खराब रहती थी। इस दौरान पास्टर से संपर्क हुआ तो प्रार्थना करने के बाद सब ठीक हो गया। बीमारी ठीक होने पर परिवार की आस्था उस (kanker news) धर्म के प्रति बढ़ गई और पूरा परिवार धर्मातांतरित हो गया। 2 जून को शाम 6 बजे बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। शव को डोमाहर्रा गांव लाया गया। जहां गांव वालों ने अंतिम संस्कार करने से रोक दिया। स्वयं की निजी जमीन पर भी शव को दफनाने नहीं दिया।
यह भी पढ़ें
चापलूसी नहीं, लड़कों की काबिलियत से ही प्रभावित होती हैं लड़कियां
गांव से 40 किमी दूर किया शव का अंतिम संस्कार पुलिस प्रशासन से मदद मांगी गई तो पुलिस ने गांव में विवाद बढ़ने से रोकने गांव से 40 किमी दूर भानुप्रतापपुर में शव का अंतिम संस्कार करा दिया। पुलिस प्रशासन की ओर से एसआई अखिलेश धीवर ने बताया कि गांव में ग्रामीणों को समझाने देने की कोशिश की। लेकिन (cg news) ग्रामीण नहीं माने। ग्रामीणों का कहना था कि अगर उसके निजी जमीन में भी शव को दफनाया गया तो निकाल देंगे। विवाद न बढ़े यह देखते हुए मृतक के परिवार के सहमति से भानुप्रतापपुर लाया गया। यह भी पढ़ें