तेंदूपत्ता बेचने से यहाँ के लोगों का महीनो का खर्च निकल जाता है। इसके अलावा शादी विवाह,मकान निर्माण आदि में भी मदद मिल जाती है। तेंदूपत्ता से होने वाले आय से किसान खेती के लिए खाद बीज कभी प्रबंन्ध कर लेता है।
हर साल अप्रैल के अंत या मई माह के प्रथम सप्ताह में इसकी तुड़ाई शुरू होती है। इस साल परलकोट क्षेत्र में पांच मई से शुरू होने की सम्भावना है। क्षेत्र में तेन्दुपत्ता खरीदने और जमा करने वालों उत्साहित हैं। इस बार के तेंदूपत्ते की क्वालिटी बहुत अच्छी होने के कारण ज्यादा कीमत मिलने की भी संभावना है।
पिछले साल मौसम सही नहीं होने के कारण क्वालिटी अच्छी नहीं थी जिसकी वजह से कीमतों पर भी प्रभाव पड़ा था। हालाँकि विभाग और समितियां महीने भर पहले की छटाई शुरू कार देती हैं जिसे बूटा कटाई कहते हैं जिसके बाद लगभग एक महीने में नए पत्ते तैयार हो जाते हैं और मई में इसकी तुड़ाई कर ली जाती है।
तेंदूपत्ता की तुड़ाई करने के लिए शासन ने इस बार 400 रूपये का मानक निर्धारित किया है।स्थानीय लोगों का कहना है की क्वालिटी बेहतर होने के कारण इसबार आमदनी भी अच्छी होने की पूरी संम्भावना है।