यह भी पढ़ें : रोजगार का बड़ा अवसर, 790 पदों पर होगी बम्पर भर्ती, मिलेगी इतनी सैलेरी, देखें Details पत्रकारो से चर्चा करते हुए उन्होंने आगे कहा कि आदिवासी समाज आज सदियों से मूलूभेत सुविधाओं और समस्याओं के निराकरण के लिए लड़ती आई है। इसके बाद भी कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी के सरकारों ने समाज की मांगों को संज्ञान में नहीं मिला। उनका सीधा सा चुनावी फंडा है कि चुनाव होगा, तो इस समाज के लोग हमें ही वोट करेंगे। यही वजह है कि हमनें पहले सालभर तक समाज के लोगों से चर्चा किया, लेकिन सामाजिक संस्था कभी चुनाव नहीं लड़ती। यही वजह है कि हमने पार्टी का गठन किया, जिसका पंजीयन भी हो गया है।
यह भी पढ़ें : PM Modi Visit Chhattisgarh: बिलासपुर में पीएम मोदी बोले- कांग्रेस सरकार के अत्याचारों से त्रस्त अब छ्तीसगढ़ परिवर्तन त जल्द ही पार्टी को चुनाव सिम्बाल भी मिल जाएगा। उन्हाेंने आगे बताया कि यह एक राजनैतिक विंग है, जो सर्व आदिवासी के दिशा निर्देश में काम करेगा। राजनैतिक एजेंडा, समाज के एजेंडा में नहीं चलेगा। यह समाज के लिए टेस्टिंग टाईम है कि आप पार्टी के साथ जुडेेंगेे या 150 साल से जिस तरह से अंग्रेजों से लड़े उसी तरह आज जल, जंगल और जमीन के लिए आज भी लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम किसी भी पार्टी से गठबंधन नही करेंगे। कई पार्टी ने ऑफर भी किया। यदि जरूरत पड़ी तो जहां हमारा प्रत्याशी नही लड़ेगा। वहां सपोर्ट करेगे।