वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दल से बिछड़ा हुआ दंतैल हाथी कुछ दिन पहले परलकोट क्षेत्र में जमकर उत्पात मचाया था जो एक बार फिर चारामा क्षेत्र में दस्तक दे दिया है। 14 जुलाई की आधी रात यह हाथी कुरूटोला, दरगहन होते हुए जैसाकर्रा पहुंचा। वहां से वह ग्राम भिरौद में पहुंचा जहां पर एक के बाद एक जंयती बाई, मुकेश साहू, पूर्णिमा निषाद के घर को तोड़ कर नुकसान पहुंचाया। आधी रात हाथी के पहुंचने के बाद से लोग अपने अपने घरों में कैद हो गए। जिस प्रकार से दंतैल हाथी ने आते ही कच्चे घरों को तोड़ना शुरू किया उसके बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई लोग अपनी जान बचाने के लिए यहां से वहां भागने लगे।
यह भी पढ़ें
CG Famous Food : बेहद स्वादिष्ट हैं छत्तीसगढ़ के परंपरागत व्यंजन, चखते ही शामिल हो जाएंगे फेवरेट लिस्ट में…यहां जानें Recipe
products of elephants : हाथी आने की सूचना पर तुरंत ग्रामीणों ने वन विभाग को दिया जिसके बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम लगातार ग्रामीणों केे साथ निगरानी कर रही है। बताया जा रहा है कि हाथी जिस मार्ग से गुजरा है उस मार्ग में आने वाले खेतों में धान का फसल अंकुरित हो रहा है। वहां से हाथी के गुजरने से धान का फसल पुरी तरह से नष्ट हो गया है। यहां से होते हुए हाथी इस समय पंडरीपानी के पहाड़ के आस-पास दिखाई दिया है। दिनभर वह पहाड़ के नीचे आराम कर रहा है, शाम होते ही वह फिर चलना शुरू करेगा। अनुमान है कि यह अब जिले से बाहर धमतरी जिले में प्रवेश कर जाएगा। लेकिन जब तक यह हाथी इस क्षेत्र में रहेगा तब तक ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना रहेगा। हाथी फसल को पहुंचा रहे नुकसान Terror of the elephant : जिले में इन दिनों किसान धान की बोआई में जूटी हुई है। खेतों में धान का अंकुरण आ रहा है वहीं पर कुछ किसान रोपाई का काम भी शुरू कर दिया है। समय पर बारीश होने के कारण किसानों के चेहरे खिले हुए थे। लेकिन अचानक दंतैल हाथी के दस्तक ने किसानों की चिंताएं बढ़ा (products of elephants) दिया है। हाथी जिन खेतों से होकर गुजर रही है वहां का धान पुरी तरह से नुकसान हो गया है। वहीं पर अब क्षेत्र में हाथी के दस्तक से किसान भी डरे हुए हैं जो डर के चलते खेतों में भी नहीं जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें
चुनाव से पहले नक्सलियों के खिलाफ होने जा रहा बड़ा ऑपरेशन, हाई लेवल मीटिंग में अफसरों ने की प्लानिंग
बारीश के मौसम में लोगों का आशियाना टूटा दंतैल हाथी ने बीती रात भिरौद और कुरूटोला में जमकर उत्पात मचाया। भिरौद में तीन घर तो कुरूटोला में भी तीन घरों को नुकसान पहुंचाया है। एक ही रात दो गांव में 6 मकानों के नुकसान होने से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने कहा कि इस बारीश के मौसम में उनके सिर से छत गायब हो गई है। दंतैल हाथी के कहर से उनको भारी नुकसान हुआ है। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम नुकसान का आंकलन कर रही है। ग्रामीणों को आश्वासन दे रही है कि उनके नुकसान का मुआवजा उनको दिया जाएगा। हाथी से दूर रहने की दी जा रही सलाह चारामा क्षेत्र में घुमने वाला हाथी पखांजूर क्षेत्र के बड़े कापसी कोसा प्लाट में 7 जुलाई को एक युवक को पटक पटक कर मार डाला था। जिले में पहली घटना होने के कारण लोगों में दहशत बना हुआ है। जिस प्रकार से लोग हाथी को देखने व उसका फोटो विडियो बनाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं उसे देखकर जनहानी को रोकने के लिए वन विभाग ग्रामीणों को बार बार समझाईस व हिदायत दे रही है। इसके साथ ही गांव गांव में मुनादी कर लोगों को सचेत कर रही है।