CG News: मौखिक आदेश से कटवाए गए थे वृक्ष
मामला प्रकाश में आते ही अपने आप को बचाने के लिए परिक्षेत्र अधिकारी ने 23 दिसंबर 2023 को लोकेश साहू परिसर रक्षक बोन्दानार को पत्र के माध्यम से अवैध कटाई के सबंध में नोटिस जारी कर दिया। (Chhattisgarh News) डीएफओ द्वारा बाद में सस्पेंड कर मुख्य आरोपी रेंजर व एसडीओ को बचाने में लगे रहे है। जबकि परिक्षेत्र अधिकारी व एसडीओ द्वारा गांव वाले की मांग पर मौखिक आदेश से समस्त वृक्षों को कटवाया गया था। काष्ट कूप एससीआई/आई व्ही कलेपरस कक्ष क्रमांक पी एफ 958 में कूप कटाई का कार्य किया जाना था, जिस पर कूपो की गणना एक वर्ष पूर्व की गई थी। कटाई के दौरान गांव वाले के मांग पर अंतागढ़-नारायणपुर मार्ग पर ग्राम हवेचुर स्कूल के पास ग्रामीणों ने मैदान के लिए जमीन की मांग की है।
रेंजर एवं एसडीओ द्वारा उच्च अधिकारियों को बिना सूचना दिए अवैध रूप से 56 साल वृक्षों को बिना गणना हैबर के धराशाही कर दिया गया। मामले को उजागर होते देख आनन फानन में सस्पेंड करने के एक दिन पूर्व मार्किंग हैबर ईशु करवा गया। लेकिन सस्पेंड होते ही बिटगार्ड ने बिना मार्किंग किये हैबर विभाग में जमा कर दिया।
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विभाग ने इस मामले को दबाए रखा
CG News: पूर्व मुख्य वन संरक्षक कांकेर वन वृत्त ने कहा था कि जो अवैध कटाई की घटना हुई है। उसकी जांच चल रही है। जांच रिपोर्ट आने पर जरूर कार्यवाही की जाएगी। घटना के एक वर्ष बाद भी क्या जांच पूरी नहीं हुई होगी या फिर डिप्टी रेंजर के प्रमोट होकर रेंजर बन जाने के लिए विभाग ने इस मामले को दबाये रखा। विभाग में सभी को पता है कि मार्किंग कैसे होता है, रेंजर अफसर व एसडीओ को बचाने के लिए सिर्फ बीटगार्ड को सस्पेंड की कार्यवाही की गई है। जांच अधिकारी भानुप्रतापपुर के उप वनमण्डलाधिकारी ने रिपोर्ट जनवरी में ही वनमण्डल अधिकारी के पास जमा कर दी है। (Chhattisgarh News) जिसमें स्पष्ट रूप से रेंज अफ़सर सालिक राम यादव को दोषी पाया गया है, तो अब तक उनके ऊपर कोई ठोस कार्यवाही क्यों नहीं कि गयी यह समझ से परे है।
भानुप्रतापपुर, पूर्व वन मंडल, एसडीओ आईपी गैंदले: जांच अधिकारी ने बताया कि जांच कर प्रतिवेदन डीएफओ कार्यालय में जमा किया गया है। ग्राम हवेचुर में मैदान बनाने के नाम से वन कूप बताकर 56 नग विशाल साल के वृक्षों की कटाई के संबंध में मौंका निरीक्षण कर तथ्यों की जांच कर दोषी कर्मचारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित करते हुए जांच प्रतिवेदन जमा किया गया है।