यह भी पढ़ें
ओम माथुर : विधानसभा चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत लगाएगी भाजपा, कहा ….पूरी दुनिया 9 साल को कर रही याद
गरीब बच्चियों को दे रहे शिक्षा मीरा ने बताया कि शुरुआत में कांकेर में एक निजी स्कूल में एक साल तक शिक्षण दिया। इसके बाद दुधावा क्षेत्र के सरकारी स्कूल में शिक्षिका का दायित्व मिला तो कुछ और करने की ललक बढ़ी और अब उस कदम को बढ़ाती जा रही हैं। (Kanker News) डुमाली स्कूल में सेवा देते हुए समय निकालकर गांव और शहर की गरीब बच्चियों को शिक्षा से जोड़ रही हैं। मीरा ने शादी से पहले ही आठ बच्चियों को खुद के घर में रखा और सभी खर्च उठाते हुए एमए तक शिक्षा दी। शादी के बाद वह ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को शिक्षा की ताकत को बता रही हैं। यह भी पढ़ें
एक ही रात नक्सलियों का तांडव, 8 फड़ों में रखें तेन्दूपत्तों की बोरियों को किया आग के हवाले
राज्य में मिले सम्मान शिक्षक सम्मान, गजानन माधव मुक्तिबोध स्मृति सम्मान, नारी शक्ति सम्मान, छग महिला रत्न सम्मान, कलमवीर सम्मान, साहित्य रत्न सम्मान, साहित्य साधना सम्मान, कलमकार वंदेमातरम् सम्मान, (Kanker Breaking News) कलमकार छत्तीसगढ़ सम्मान, सरगम साहित्य सम्मान, कलमकार साहित्य सम्मान, सृजन शिखर साहित्य सम्मान मिला है।
यह भी पढ़ें