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जानकारी के अनुसार बुधवार को डीआरजी व बीएसएफ की संयुक्त टीम कोयलीबेड़ा क्षेत्र पानीडोबीर की जंगल की ओर माओवादी गश्त पर निकले थे। सर्चिंग के दौरान पता चला कि पानीडोबीर के जंगल में माओवादियों ने आईईडी लगाया है। सूचना पर संयुक्त टीम घटना स्थल पहुंचकर जांच किया तो पाईप आईईडी बम बरामद किया।
बीडीएस टीम की सहायता से आईईडी पाइप बम को जंगल में नष्ट कर रहे थे कि अचानक आईईडी में लगा स्प्लिंटर जवान के कान के पास लगा। जिससे जवान जानकी राम दुग्गा घायल हो गया। इस घटना के बाद साथ में रहे अन्य टीम ने जवान को प्राथमिक उपचार करवाकर इसकी जानकारी अपने उच्चाधिकारियों को दी। अधिकारियों के निर्देश के बाद घायल जवान को बेहतर इलाज के लिए हायर सेन्टर रेफर किया गया है। इधर अन्य जवान सुरक्षित कैंप पहुंच गए थे। उल्लेंखनीय हो कि माओवादी इन दिनों अंतिसंवेदनशील क्षेत्रों में बैनर, पोस्टर लगाकर पीएलजीए की 23 वीं वर्ष गांठ 2 दिसंबर से 8 दिसंबर तक मनाने का प्रचार कर रहे हैं। विदित हो कि सोमवार को छोटेबेठिया थाना क्षेत्र के ग्राम मारबेड़ा में माओवादियों ने बैनर-पोस्टर लगाया था। बैनर में नक्सलियों ने एक ब्लूटूथ डिवाइस को सेट किया था।
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पुलिस के जवानों ने सर्चिग के दौरान ब्लूटूथ से एक किलोमीटर की दूरी पर आईईडी जवानों ने बरामद किया,जिसके बाद उसे निष्क्रिय कर दिया गया। 23 नवंबर को कांकेर के पीव्ही 91 के पास चितरंजन नगर गांव में माओवादियों ने टावर में बैनर लगाए थे।
सूचना पर जब सुरक्षा बल के जवान पहुंचे तो उन्हें वायर लगा एक डिवाइस दिखा,जो बाद में ब्लूटूथ स्पीकर निकला,लेकिन वह आईईडी नहीं था।