एयर हॉस्टेस व प्रोफेशनल कोर्स की योजना अनुसूचित जाति की छात्राओं के लिए बनाया गया, जो आज भी योजना सरकारी पिटारे में गुम हो चुकी है। चार वर्षों बाद भी योजना की जानकारी जिले की छात्राओं को नहीं है। कभी इसका प्रचार-प्रसार ही नहीं किया गया। इस योजना का लाभ लेने के लिए आदिम जाति विभाग में एक भी आवेदन नहीं आए। विभागीय अधिकारियों की माने तो इस वर्ग की छात्राओं को सीधे उच्च अधिकारियों के पास आवेदन प्रस्तुत करना होता है। योजना का संचालन जिले से नहीं होना है तो यहां की छात्राओं को इसका लाभ कैसे मिलेगा। यह तय नहीं है कि यह किसकी जिम्मेदारी और प्रचार-प्रसार किसको करना तो यह योजना व्यर्थ साबित होगी। जबकि इस योजना के लिए प्रदेश में करोड़ों रुपए का प्रावधान है, लेकिन जिले में अब तक एक भी आवेदन नहीं आया है।
फाइल में बंद योजना
जिले की अनुसूचित जाति की लड़कियों के लिए एयर हॉस्टेस की पढ़ाई के लिए आदिम जाति विभाग द्वारा तमाम सुविधाएं मौजूद है। समस्या यह है कि विभाग को अब तक एक भी ऐसा छात्रा नहीं मिली है जो इस योजना के लिए पात्र हो। योजना का प्रचार प्रसार नहीं होने के कारण छात्राएं तो दूर विभागीय अधिकारी भी इससे अंजान है। योजना आज भी ऑफिस के आलमारी और फाइल में बंद है, जिसमें मकड़ी के जाले लग चुके हैं।
जिले की अनुसूचित जाति की लड़कियों के लिए एयर हॉस्टेस की पढ़ाई के लिए आदिम जाति विभाग द्वारा तमाम सुविधाएं मौजूद है। समस्या यह है कि विभाग को अब तक एक भी ऐसा छात्रा नहीं मिली है जो इस योजना के लिए पात्र हो। योजना का प्रचार प्रसार नहीं होने के कारण छात्राएं तो दूर विभागीय अधिकारी भी इससे अंजान है। योजना आज भी ऑफिस के आलमारी और फाइल में बंद है, जिसमें मकड़ी के जाले लग चुके हैं।
पूरा खर्च देगी शासन
गरीब अनुसूचित जाति की युवती यदि किसी कॉलेज से डिग्री या डिप्लोमाधारी है तो उसके पढ़ाई सहित अन्य खर्च आदिम जाति विभाग द्वारा किया जाएगा। कोर्स के एक साल तक पूर्ण खर्च की जिम्मेदारी विभाग की है, लेकिन ऐसे योजना की जानकारी नहीं देकर सरकारी राशि की बचत की जा रही है।
गरीब अनुसूचित जाति की युवती यदि किसी कॉलेज से डिग्री या डिप्लोमाधारी है तो उसके पढ़ाई सहित अन्य खर्च आदिम जाति विभाग द्वारा किया जाएगा। कोर्स के एक साल तक पूर्ण खर्च की जिम्मेदारी विभाग की है, लेकिन ऐसे योजना की जानकारी नहीं देकर सरकारी राशि की बचत की जा रही है।
इन बालिकाओं को पात्रता
17 से 24 वर्ष के अनुसूचित जाति की पढऩे वाली छात्रा, जिसके परिवार की आय दो लाख रुपए हो वह एयर हॉस्टेस व होटल मैनेजमेंट के लिए आवेदन कर सकती है। योग्यता 12 वीं उत्तीर्ण और अंग्रेजी का ज्ञान। यह पात्रता होने पर बालिका या युवती इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।
17 से 24 वर्ष के अनुसूचित जाति की पढऩे वाली छात्रा, जिसके परिवार की आय दो लाख रुपए हो वह एयर हॉस्टेस व होटल मैनेजमेंट के लिए आवेदन कर सकती है। योग्यता 12 वीं उत्तीर्ण और अंग्रेजी का ज्ञान। यह पात्रता होने पर बालिका या युवती इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।